India Post ने ग्रामीण डाक सेवकों (GDS) के लिए बड़े स्तर पर भर्ती प्रक्रिया की घोषणा की है। इस बार कुल 44,228 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। यह सरकार द्वारा किए गए सबसे बड़े कदमों में से एक है, जहां युवाओं को रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
आवेदन की प्रक्रिया 15 जुलाई 2024 से शुरू होकर 5 अगस्त 2024 तक चलेगी। इसमें वे अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं जिन्होंने 10वीं कक्षा या SSC परीक्षा उत्तीर्ण की हो। साथ ही, अभ्यर्थियों को उनकी हाई स्कूल की गणित और अंग्रेजी विषय में उत्तीर्ण अंक होने चाहिए। इसके अतिरिक्त, स्थानीय भाषा में 10वीं तक पढ़ाई होना आवश्यक है और कंप्यूटर, साइक्लिंग, एवं आजीविका के साधन की जानकारी होनी चाहिए।
भर्ती प्रक्रिया में चयन पूर्णतः मेरिट सूची के आधार पर होगा, जो कि 10वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के अनुसार तैयार की जाएगी। योग्यता सूची तैयार होने के बाद, चयनित उम्मीदवारों को SMS और ईमेल के माध्यम से सूचना दी जाएगी और उनके नाम आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किए जाएंगे।
आयु सीमा की बात करें तो, आवेदन करने के लिए अभ्यर्थियों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए सरकार द्वारा आयु में छूट भी दी जाती है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि आवेदन शुल्क ₹100 निर्धारित किया गया है, लेकिन यह महिला अभ्यर्थियों, दलित जाति (SC), जनजाति (ST), दिव्यांग (PwD), और ट्रांसवुमन उम्मीदवारों के लिए माफ है। यह कदम समाज के हर वर्ग को भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का समान अवसर प्रदान करने का है।
उम्मीदवारों को दिए गए समय सीमा के दौरान आवेदन पत्र भरकर उसे सबमिट करना होगा। यदि कोई अभ्यर्थी आवेदन में सुधार करना चाहता है, तो वह 6 अगस्त से 8 अगस्त 2024 तक ऐसा कर सकता है।
चयनित उम्मीदवारों को उनकी पोस्ट के अनुसार ₹10,000 से ₹29,380 तक का वेतन दिया जाएगा, जो कि सरकार द्वारा निर्धारित प्रावधानों के अनुसार है। यह वेतनमान उम्मीदवारों को एक उचित और सम्मानजनक आजीविका का समर्थन करता है।
India Post GDS भर्ती 2024 युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर प्रस्तुत करता है। यह न केवल उन्हें सरकारी नौकरी का अवसर देता है बल्कि उन्हें समाज में अपनी भूमिका निभाने का भी मौका देता है। सभी पात्र और इच्छुक उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे समय सीमा के भीतर अपने आवेदन भरकर इस अवसर का लाभ उठाएं।
Jitender Rautela
16 07 24 / 14:43 अपराह्नये तो बहुत अच्छी खबर है! गांवों में युवाओं के लिए ये नौकरी जिंदगी बदल सकती है। मैंने अपने भाई को आवेदन करवा दिया है, उम्मीद है चल जाएगा।
कम्प्यूटर और साइकिल वाला शर्त तो बहुत स्मार्ट है, असली दुनिया की जरूरत है ना।
abhishek sharma
17 07 24 / 21:05 अपराह्नअरे भाई, ये सब तो पुराना नाटक है। हर साल ऐसे ही 40-50 हजार पद घोषित होते हैं, लेकिन असल में चयनित होने वालों की संख्या दसवीं के बाद के बच्चों की उम्र के बराबर होती है।
10वीं में अंग्रेजी और गणित में पास होना जरूरी? तो फिर ग्रामीण इलाकों में जहां टीचर भी नहीं हैं, वहां के बच्चे क्या करें? बस यही नाटक चलता रहेगा।
और हां, वेतन 10k-29k? अच्छा है, लेकिन इसके बाद तो आपको अपनी दुकान भी चलानी पड़ेगी, वरना भूखे मर जाओगे।
कंप्यूटर और साइकिल की बात तो बहुत मजाकिया है - अगर कोई बच्चा साइकिल चला नहीं पाता, तो क्या वो डाकिया नहीं बन सकता? ये नियम बनाने वाले कभी गांव गए ही नहीं होंगे।
Surender Sharma
19 07 24 / 02:32 पूर्वाह्नyaar ye sab kuchh bhi nahi hai... 10th pass hi kafi hai? toh phir 12th wale kya kar rahe? aur ye 100 rupaye ka fee? kya yeh sabhi logon ke liye hai? kuch log toh apne ghar ke paise se hi apna khana khate hain... aur yeh 'computer aur cycling' wali condition? kya ye kisi ki life ka joke hai?
Divya Tiwari
20 07 24 / 04:01 पूर्वाह्नहमारे देश में ये सब तो बस नाटक है। जब तक हम अपने आप को एक विकसित राष्ट्र नहीं समझेंगे, तब तक ये नौकरियां भी बस एक भ्रम होंगी।
ये डाकिया नौकरी तो बहुत सम्मानजनक है - लेकिन इसके लिए भी अगर हम अपने बच्चों को अंग्रेजी और गणित नहीं सिखाएंगे, तो हम अपने भविष्य को ही नष्ट कर रहे हैं।
हमारी संस्कृति में डाकिया को बहुत सम्मान मिलता था - अब उसे भी एक आधुनिक रूप देना होगा। ये भर्ती एक शुरुआत है, लेकिन इसके आगे क्या होगा? ये सवाल हमें सोचने पर मजबूर करता है।
shubham rai
21 07 24 / 13:49 अपराह्नok. apply karna hai. 100 rs. koi problem nahi. bas abhi karo. 😌
Nadia Maya
23 07 24 / 02:11 पूर्वाह्नइतनी बड़ी भर्ती... और फिर भी कोई भी नियम नहीं जो वास्तविक दक्षता को मापे। ये तो बस एक गिनती है - जैसे एक शहर में लोगों की संख्या गिन लो, लेकिन उनकी बुद्धि या अनुभव का कोई ध्यान न रखो।
10वीं के अंकों से डाकिया की क्षमता कैसे मापी जा सकती है? ये तो बस एक नियमित नियम है, जो किसी भी नौकरी के लिए बेकार है।
और हां, वेतन 29k? अगर आप दिल्ली में रहते हैं, तो ये तो बस भोजन के लिए काफी होगा - बाकी सब कुछ आपके घर के बाहर छिपा हुआ है।
Nitin Agrawal
24 07 24 / 04:07 पूर्वाह्नye sab kya hai? 10th pass ke liye 44k posts? toh phir 12th aur degree wale kya kar rahe? aur ye 'computer aur cycling' wali cheez? kya ye kisi ki dream hai? ya phir kisi ka nightmare?
Gaurang Sondagar
25 07 24 / 23:12 अपराह्नये भर्ती अच्छी है बस यही कहना है। कोई शर्त नहीं बनानी चाहिए। जो चाहे वो आए। गांव के लोगों को नौकरी चाहिए ना। आवेदन करो और भूल जाओ। बाकी सब भारत का मामला है।
Ron Burgher
26 07 24 / 15:08 अपराह्नअरे भाई, ये सब तो बस नाटक है। जब तक हम अपने बच्चों को अंग्रेजी नहीं सिखाएंगे, तब तक ये नौकरियां भी बस एक धोखा होंगी।
और फिर ये साइकिल वाली शर्त? क्या तुम्हारे बच्चे गांव में साइकिल नहीं चला पाते? तो फिर वो डाकिया नहीं बन सकते? ये तो बस एक बुरी आदत है - जो भी आसान लगे, उसे शर्त बना देना।
अगर तुम्हारा बच्चा अंग्रेजी में फेल हो गया, तो उसे नौकरी नहीं मिलेगी? तो फिर तुम्हारा बच्चा बेकार है? ये तो बस एक बुरी नैतिकता है।