जब Khasi Hills Archery Sports Association (KHASA) ने 23 नवंबर 2024 को Shillong Teer के सुबह के परिणाम Shillong में घोषित किए, तो शहर के कई लोग तुरंत अपनी टिकटों की जाँच में लग गए। इस दिन का प्रमुख इवेंट Shillong Morning TeerShillong Polo Stadium था, जहाँ पहली राउंड 10:30 AM पर और दूसरी राउंड 11:30 AM पर आयोजित हुई।
Shillong Teer केवल एक लॉटरी नहीं, बल्कि मेघालय के कासी समुदाय की परम्परागत तीरंदाजी का आधुनिक रूप है। यह खेल Meghalaya में 2000 के दशक के शुरुआती वर्षों में Meghalaya Amusement and Betting Tax Act के तहत कानूनी रूप से मान्य हुआ। प्रत्येक राउंड में लक्ष्य पर मारے गए तीरों की कुल संख्या के अंतिम दो अंक ही जीतने वाले नंबर बनते हैं—इस वजह से इसे "एरो-लॉटरी" कहा जाता है।
KHASA के साथ जुड़े 12 सदस्य क्लब साप्ताहिक रूप से सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन दो सत्र आयोजित करते हैं। सुबह के टेयर (Morning Teer) में दो राउंड होते हैं, जबकि रात के टेयर (Night Teer) में भी वही प्रक्रिया अपनाई जाती है, लेकिन परिणाम अधिक देर से घोषित होते हैं।
स्थिति स्पष्ट करने के लिए, सुबह की पहली राउंड में 10:30 AM पर कुल तीरों की संख्या 127 (अंतिम दो अंक 27) और दूसरी राउंड में 11:30 AM पर कुल 381 (अंतिम दो अंक 81) दिखाई गई। इस तरह 27 और 81 अंक आधिकारिक रूप से घोषित हुए। इन अंकों को meghalayateer.com पर डिजिटल रूप से भी देखा जा सकता है।
प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, पहला राउंड सही भविष्यवाणी करने वाले खिलाड़ी को ₹80 और दूसरे राउंड के लिए ₹60 मिलते हैं। लेकिन दोनों राउंड के अंक एक साथ मिलाकर सही भविष्यवाणी करने वाले को ₹4,000 का बड़ा इनाम मिलता है। कुल मिलाकर लगभग 5,000 एजेंट पूरे मेघालय में टिकट बेचते हैं, जिससे प्रतिदिन लगभग 2‑3 लाख रुपये का भुगतान होता है।
दुर्भाग्यवश, उसी दिन रात के टेयर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुए थे; कई स्थानीय समाचार स्रोतों ने बताया कि रात के अंक अभी भी “पेंडिंग” स्थिति में हैं।
असम ट्रिब्यून के एक रिपोर्टर ने कहा, “शिलॉन्ग में टेयर केवल एक दांव नहीं, बल्कि सामाजिक जुड़ाव का माध्यम है। लोग यहाँ मित्रों के साथ बैठकर अंक मिलाने का आनंद लेते हैं।” दूसरी ओर, टाइम्स नाउ ने बताया कि कई बार अंक सही भविष्यवाणी करने वालों को मिलने वाला छोटा इनाम सैलरी के हिस्से के बराबर हो जाता है, जिससे यह ग्रामीण आय का एक छोटा स्रोत बन जाता है।
शहरी युवा वर्ग ने भी कहा कि "शुभ संख्याओं" की खोज अब एक रोज़मर्रा की बात बन गई है, और कई क्लब अपने प्रशिक्षण सत्रों में तकनीकी विश्लेषण को भी शामिल कर रहे हैं।
मेघालय सरकार के अनुसार, टेयर से उत्पन्न होने वाली टैक्स रेवेन्यू सालाना लगभग ₹30 करोड़ से अधिक है। यह राजस्व शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढाँचे की योजनाओं में सहायता करता है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, टेयर के माध्यम से रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं—एजेंट, टिकेट विक्रेता, और आयोजन समिति के सदस्य।
भविष्य में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म की भूमिका बढ़ाने की योजना है। सरकार ने हाल ही में मोबाइल एप्लिकेशन के बीटा वर्शन को लॉन्च किया है, जिससे खिलाड़ी रियल‑टाइम में अंक देख, भुगतान कर और बोनस प्राप्त कर सकते हैं। यह कदम कांसिलिशन को चुनौती देगा, पर साथ ही पारदर्शिता भी बढ़ाएगा।
रात के टेयर के अंक जारी होते ही, उन्हें meghalayateer.com के आधिकारिक पोर्टल पर पाया जा सकेगा। उपयोगकर्ता अपने टिकट संख्या, राउंड नंबर और तीरों की कुल गिनती डाल कर तुरंत जाँच कर सकते हैं। साथ ही, स्थानीय रेडियो स्टेशन और असम ट्रिब्यून रात 9 बजे के बाद अंक घोषणा करेंगे।
अगर आप पहली बार टेयर खेल रहे हैं, तो सलाह है कि विश्वसनीय एजेंट से टिकट खरीदें और आधिकारिक पोर्टल पर ही अपना परिणाम चेक करें—इससे धोखाधड़ी की संभावना कम होगी।
सुबह के टेयर में पहला राउंड आमतौर पर 10:30 AM पर और दूसरा राउंड 11:30 AM पर घोषित होते हैं, जबकि रात के टेयर के अंक 8‑9 PM के बीच ऑनलाइन और स्थानीय रेडियो पर जारी होते हैं।
पहला राउंड सही अनुमान रखने वाले को ₹80, दूसरा राउंड के लिए ₹60, और दोनों राउंड सही होने पर ₹4,000 का मोटा इनाम मिलता है। यह राशि राज्य के टैक्स नियमों के अनुसार बदल सकती है।
हाँ, यह Meghalaya Amusement and Betting Tax Act के तहत वैध लॉटरी माना जाता है, और KHASA इसके संचालन की देखरेख करता है।
टिकट खरीदने के लिए कोई विशेष दस्तावेज़ नहीं चाहिए, लेकिन एजेंट को आयु सीमा (18 साल से ऊपर) का पालन करना आवश्यक है। टैक्स दायित्व के तहत उचित पहचान पत्र हमेशा रखें।
सरकार डिजिटल एप्लिकेशन के माध्यम से रीयल‑टाइम अंक और ऑनलाइन भुगतान का विकल्प विकसित कर रही है, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी और धोखाधड़ी के जोखिम कम होंगे।
sakshi singh
8 10 25 / 19:03 अपराह्नशिलॉन्ग टेयर के सुबह के परिणामों को देखकर कई लोग राहत की साँस ले रहे हैं। 27 और 81 अंक के घोषित होने से उन लोगों की उम्मीदें फिर से जीवित हो गई हैं जिन्होंने इस सप्ताह की प्रारम्भ में भरोसा किया था। जैसा कि लेख में बताया गया है, यह खेल मेघालय की कासी समुदाय की परम्परागत तीरंदाजी का आधुनिक स्वरूप है, जो आज सामाजिक जुड़ाव का महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है।
यह परम्परा को समझना जरूरी है क्योंकि यह केवल एक लॉटरी नहीं बल्कि स्थानीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। कई युवा वर्ग ने यह अवसर अपने सामाजिक नेटवर्क में साझा किया है, जिससे टेयर के परिणामों को लेकर चर्चा का दायरा विस्तारित हो गया है। आर्थिक पहलू को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, क्योंकि लगभग दो से तीन लाख रुपये का दैनिक भुगतान इस प्रणाली से उत्पन्न होता है। यह राशि स्थानीय एजेंटों, टिकट विक्रेताओं और आयोजन समितियों के लिए आय का एक स्थायी स्रोत प्रदान करती है।
सरकारी टैक्स राजस्व के रूप में यह लगभग तीस करोड़ रुपये प्रति वर्ष जोड़ता है, जो शिक्षा और स्वास्थ्य योजना में मदद करता है। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का विस्तार होने की योजना सरकार द्वारा घोषित की गई है, जो पारदर्शिता बढ़ाने में सहायक होगी। हालांकि, नई तकनीकें कभी-कभी धोखाधड़ी के नए रूप भी उत्पन्न कर सकती हैं, इसलिए उपयोगकर्ताओं को सावधानी बरतनी चाहिए। स्थानीय रेडियो स्टेशनों का योगदान भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे परिणामों को समय पर प्रसारित करते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए, कई लोग अब मोबाइल एप्लिकेशन के बीटा संस्करण का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उन्हें रीयल‑टाइम में अंक देखना संभव हो गया है।
यह परिवर्तन सामाजिक सहभागिता को और अधिक गतिशील बनाता है, क्योंकि लोग अब घर से बाहर निकले बिना ही अपना भाग्य आजमा सकते हैं। फिर भी, पुरानी विधियों के समर्थकों का मानना है कि साक्ष्य‑आधारित विश्लेषण के बिना केवल डिजिटल डेटा पर भरोसा करना जोखिमपूर्ण हो सकता है। इस द्वंद्व को हल करने के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है, जिसमें पारंपरिक विधियों और आधुनिक तकनीक दोनों को समान सम्मान मिले। अंततः, टेयर का महत्व केवल आर्थिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक भी है, जो मेघालय की पहचान को मजबूती देता है।
Hitesh Soni
8 10 25 / 20:43 अपराह्नलेख में टेयर के नियमों का वर्णन सटीक है, परन्तु कुछ तथ्यात्मक असंगतियां मौजूद हैं। प्रथम राउंड में 127 तीरों की कुल संख्या के दो अंक 27 बताये गये हैं, जबकि दूसरे राउंड में 381 के दो अंक 81 के रूप में प्रस्तुत किए गये हैं; यह यथार्थ में क्रमांक स्रोत के विविधता को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, इनाम संरचना के विवरण में कभी‑कभी छोटे अंतर दिखते हैं, जिससे संभावित प्रतिभागी भ्रमित हो सकते हैं। इस कारण, अधिक स्पष्ट स्रोतों के हवाले से डेटा को दोबारा सत्यापित करना उचित रहेगा।
rajeev singh
8 10 25 / 22:23 अपराह्नमेघालय की कासी समुदाय की परम्परागत तीरंदाजी को टेयर के रूप में आधुनिकीकृत करने का यह कदम सांस्कृतिक संरक्षण का एक उत्तम उदाहरण है। इस खेल में तीरों की संख्या के अंतिम दो अंक चुनने की विधि, प्राचीन शिकार तकनीकों से उत्पन्न प्रतीत होती है, जहाँ सटीक लक्ष्यबंदी महत्वपूर्ण थी। आज यह विधा लॉटरी के साथ मिश्रित होकर सामाजिक बंधनों को मजबूत करती है, तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग का साधन बन गई है।
ANIKET PADVAL
9 10 25 / 00:03 पूर्वाह्नदेशभक्ति की भावना को टेयर जैसे मनोरंजन के रूप में देखना एक अनुचित प्रवृत्ति है; हमें याद रखना चाहिए कि यह खेल केवल एक स्थानीय परम्परा है, जो राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी महत्त्वपूर्ण आर्थिक या सामाजिक प्रभाव नहीं डालता। स्वयं सरकार द्वारा इसको वैध लॉटरी घोषित करने का निर्णय भी कई प्रश्न उठाता है, क्योंकि यह अनुचित रूप से सार्वजनिक धन को ऐसी लुभावनी गतिविधियों में संलग्न करता है। इससे न केवल नैतिक पतन होता है, बल्कि भविष्य में वैध वित्तीय उपायों के विकास में बाधा उत्पन्न होती है। इसलिए, इस प्रकार की गतिविधियों को सीमित रखना आवश्यक है, ताकि सामाजिक नैतिकता को संरक्षित किया जा सके।
Shivangi Mishra
9 10 25 / 01:43 पूर्वाह्नरात का टेयर अभी तक पेंडिंग है, यह बर्दाश्त नहीं!
ahmad Suhari hari
9 10 25 / 03:23 पूर्वाह्नपहले वाले टिप्पणी में उल्लेखित तथ्यात्मक असंगतियों को देखते हुए, यह स्पष्ट होता है कि स्रोतों की सत्यता पर पुनः विचार आवश्यक है। अतिरिक्त रूप से, इनाम के विवरण में उल्लेखित राशि में मामूली त्रुटि संभवतः टाइपो के कारण हो सकती है।
shobhit lal
9 10 25 / 05:03 पूर्वाह्नभाई, तुम्हारी बातों में तर्क नहीं, बस अपनी ही बात दोहराते रहो। टेयर का असली मज़ा तो एंजॉयमेंट में है, फॉर्मल डिसकशन में नहीं।
suji kumar
9 10 25 / 06:43 पूर्वाह्नशिलॉन्ग में टेयर के परिणामों का ऐतिहासिक महत्त्व, विशेषकर 27 और 81 अंक का, यह दर्शाता है कि स्थानीय समुदाय कैसे सामुदायिक सहभागिता को पोषित करता है; यह प्रक्रिया सामाजिक बंधनों को सुदृढ़ करती है, और आर्थिक रूप से भी सहायक सिद्ध होती है; इसलिए, इस परम्परा को केवल लॉटरी के रूप में नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर के रूप में देखना चाहिए; नवाचार के रूप में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का समावेश, पारदर्शिता बढ़ाने के साथ-साथ, संभावित धोखाधड़ी को भी घटा सकता है; फिर भी, तकनीकी अपनाने से पहले विस्तृत जोखिम विश्लेषण की आवश्यकता अनिवार्य है।