समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा घटनाक्रम में, उन्होंने धोखाधड़ी के गंभीर मामले में अपनी जमानत याचिका अचानक वापस ले ली। वहीं, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ चल रही जमानत सुनवाई पूरी हो चुकी है और अब न्यायालय का फैसला आने का इंतजार है। यह दोनों मामले बीते कुछ वर्षों की चर्चित अदालती लड़ाइयों से जुड़े हैं, जिनमें गंभीर आरोप लगे हैं।
2023 में यह परिवार चर्चा में आया था, जब रामपुर कोर्ट ने आजम खान, उनकी पत्नी तंजी़न फातिमा और बेटे अब्दुल्ला को जन्म प्रमाणपत्र के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाने का दोषी मानते हुए सात साल की सजा सुनाई थी। अदालत ने माना था कि उन्होंने बेटे के दस्तावेज में गलत जानकारी दी और सरकारी रिकॉर्ड को गुमराह किया। इस फैसले के बाद परिवार को लगातार कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इनके कानूनी संकट यहीं नहीं रुके। 2025 में अब्दुल्ला आजम पर एक और बड़ा आरोप लगा - स्टांप ड्यूटी चोरी का। जांच में सामने आया कि एक जमीन सौदे में वास्तविक कीमत छुपाकर सरकारी खजाने को 3.71 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान पहुंचाया गया। जिला प्रशासन ने इसके बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए अब्दुल्ला पर कड़ी पेनल्टी और कानूनी कार्यवाही शुरू की थी। अब्दुल्ला आजम की जमानत सुनवाई इसी विवाद से जुड़ी थी, जिसमें बहस पूरी हो चुकी है।
इन मामलों के चलते रामपुर और प्रदेश भर की राजनीति भी गरमा गई है। आजम खान, जो कभी यूपी की सियासत में कद्दावर नाम माने जाते थे, अब लगातार अदालतों के चक्कर लगा रहे हैं। उनकी छवि पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं पार्टी को भी झटका लग रहा है। सत्ता पक्ष इन मामलों को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बता रहा है तो समर्थक इसे राजनीतिक साजिश मानते हैं।
अब सभी की नजरें अदालत के अगले फैसलों पर हैं, क्योंकि इन मामलों का सीधा असर आने वाले चुनावों और खासतौर पर समाजवादी पार्टी की रणनीति पर भी पड़ सकता है।
Jitender Rautela
22 04 25 / 08:31 पूर्वाह्नये लोग तो हमेशा अदालतों में घूमते रहते हैं। जमानत वापस ले ली? यानी डर गए कि सच सामने आ जाएगा। अब तो बस जेल का इंतजार है।
abhishek sharma
23 04 25 / 00:18 पूर्वाह्नइस पूरे मामले में सबसे बड़ी बात ये है कि जब तक ये लोग अपनी छवि बनाने में लगे रहे, तब तक सब कुछ चलता रहा। अब जब दस्तावेजों की असलियत चेक होने लगी, तो शोर शुरू हो गया। जन्म प्रमाणपत्र में गलत नाम? स्टांप ड्यूटी चोरी? ये तो एक नाम के लिए देश का खजाना लूट रहे थे। अब न्यायालय फैसला करे, लेकिन ये बात साफ है कि जब तक राजनीति में ये लोग हैं, तब तक ऐसे मामले चलते रहेंगे। लोग भूल गए हैं कि ये लोग किसके लिए आए थे।
Surender Sharma
24 04 25 / 21:18 अपराह्नyaar ye sab kya hai... jannat pramat patra kaise fake hua? aur stamp duty bhi chori? kya ye log koi aadmi hain ya koi drama queen?
Divya Tiwari
25 04 25 / 23:05 अपराह्नराजनीति में ये सब बस एक खेल है। जो बलवान है, वो अदालतों को अपना हथियार बना लेता है। आजम खान ने जमानत वापस ली? शायद उन्होंने अपने आप को बचाने का फैसला किया। लेकिन जो लोग इनके खिलाफ आए हैं, वो भी अपने लाभ के लिए ये सब कर रहे हैं। न्याय तो बस एक शब्द है।
shubham rai
27 04 25 / 00:27 पूर्वाह्न😐
Nadia Maya
28 04 25 / 08:40 पूर्वाह्नयहाँ तक कि जन्म प्रमाणपत्र के लिए भी झूठ बोलने की आदत बन गई है। ये लोग सिर्फ एक नाम बदलने के लिए देश के कानूनों को उल्लंघन कर रहे हैं। अगर ये तो अपने बच्चे के दस्तावेज में झूठ बोल रहे हैं, तो राष्ट्रीय स्तर पर विश्वास कैसे बना रहे हैं? ये तो एक नैतिक अवक्षय का प्रतीक हैं।
Nitin Agrawal
29 04 25 / 11:22 पूर्वाह्नkya yeh sab sach hai ya phir koi fake news? jaise hi koi bda leader problem me padta hai sab kuch fake lagne laga
Gaurang Sondagar
29 04 25 / 22:43 अपराह्नये लोग तो हमेशा से ऐसे ही हैं अदालतों में घूमते रहते हैं और जब फैसला आता है तो राजनीति का नाम लेते हैं ये सब बस एक शो है
Ron Burgher
1 05 25 / 20:26 अपराह्नतुम लोग ये सब बातें क्यों कर रहे हो? जब तक ये लोग बैठे हैं, तब तक ये सब चलता रहेगा। अगर तुम्हारा दिल बहुत अच्छा है तो तुम भी एक दिन ऐसा ही बन जाओगे। इसलिए शांत रहो और देखो कि कौन जीतता है।
Prachi Doshi
3 05 25 / 18:28 अपराह्नकानून का पालन ही देश की शक्ति है। चाहे वो कोई भी हो, अगर गलत किया तो सजा मिलनी चाहिए। उम्मीद है न्याय होगा।