प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण पहल का ऐलान किया जिसमें बांग्लादेशी नागरिकों के लिए ई-मेडिकल वीज़ा सुविधा की शुरुआत की जाएगी। इस घोषणा के दौरान, भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कदम भारत और बांग्लादेश के बीच दोस्ताना संबंधों को और मजबूत करेगा। यह घोषणा एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई, जिसमें बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी शामिल थीं।
ई-मेडिकल वीज़ा सुविधा का उद्देश्य बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में आसानी से चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना है। भारतीय चिकित्सा व्यवस्था अपनी गुणवत्ता और विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है और इसका लाभ अब बांग्लादेशी नागरिक भी उठा सकेंगे। इससे न केवल मरीजों को सही समय पर इलाज मिलेगा, बल्कि दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य सेवा में सहयोग और बढ़ेगा।
ई-मेडिकल वीज़ा की सुविधा के साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने रंगपुर में एक नया सहायक उच्चायोग खोलने की भी घोषणा की। यह उच्चायोग बांग्लादेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से के नागरिकों को सेवा देने के लिए खोला जाएगा। इससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और सहयोग में वृद्धि होगी।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस मौके पर अपने देश के सहयोग के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि पिछले साल में दोनों ने दस बार मुलाकात की है, जिससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत हुए हैं। किसी भी दो देशों के रिश्तों में निरंतर संवाद और सहयोग एक महत्वपूर्ण पहलू होता है और भारत और बांग्लादेश इसका एक अच्छा उदाहरण पेश कर रहे हैं।
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों नेताओं ने कई अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं। इनमें एक नई रेलवे लिंक, कार्गो सेवाएं और भारतीय रुपये में व्यापार करने की योजना शामिल हैं। ये पहल आर्थिक और व्यापारिक सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। नई रेलवे लिंक से दोनों देशों के बीच लोगों और माल की आवाजाही और सुगम हो जाएगी। कार्गो सेवाएं और रुपये में व्यापार करने की सुविधा से व्यापारिक संबंध और प्रगाढ़ होंगे।
दोनों देशों ने गंगा नदी संधि के नवीनीकरण पर भी चर्चा करने की योजना बनाई है। यह संधि दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका सीधा प्रभाव उनके जल प्रबंधन और कृषि पर पड़ता है। संधि के नवीनीकरण से दोनों देशों के बीच जल संसाधनों के प्रबंधन में सहयोग और बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने टी20 वर्ल्ड कप में भाग लेने वाली भारतीय और बांग्लादेशी क्रिकेट टीमों को भी शुभकामनाएं दीं। क्रिकेट दोनों देशों में बेहद लोकप्रिय खेल है और यह सांस्कृतिक बंधन को और मजबूत करता है।
दोनों नेताओं ने हरे साझेदारी, डिजिटल साझेदारी, ब्लू इकॉनमी और अंतरिक्ष में सहयोग जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग पर भी जोर दिया। इन नए क्षेत्रों में साझेदारी से दोनों देशों के विकास को नया आयाम मिलेगा।
भारत और बांग्लादेश के बीच इस तरह के सहयोग और संवाद से दोनों देशों के भविष्य को दिशा मिलेगी। ई-मेडिकल वीज़ा सुविधा, रेलवे लिंक और व्यापारिक सहयोग जैसी पहलों से यह स्पष्ट है कि दोनों देश अपने संबंधों को एक नया आयाम देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
Nitin Agrawal
23 06 24 / 06:38 पूर्वाह्नye e-medical visa toh bas ek aur gimmick hai... koi actual improvement nahi dikh raha
Gaurang Sondagar
24 06 24 / 16:34 अपराह्नIndia ne kya kiya yeh sab kuchh toh humare hi paas se nikal ke diya hai phir bhi humein shukriya bolna padega
kalpana chauhan
25 06 24 / 05:33 पूर्वाह्नYe toh bahut accha hai 🙌 बांग्लादेश के लोग अब आसानी से अच्छी देखभाल पा सकेंगे। हमारी चिकित्सा प्रणाली दुनिया भर में मशहूर है और ये एक छोटा सा कदम है जो दोनों देशों को जोड़ता है ❤️
Karan Kacha
25 06 24 / 20:48 अपराह्नइस ई-मेडिकल वीज़ा की शुरुआत बस शुरुआत है... अगर हम इसे सही तरीके से लागू करें तो ये एक ऐसा सिस्टम बन सकता है जो पूरे दक्षिण एशिया के लिए मॉडल बन जाए! बांग्लादेश के मरीज़ों को अब दिल्ली, बैंगलोर, मुंबई या चेन्नई के टॉप हॉस्पिटल्स में ऑनलाइन कंसल्टेशन, डॉक्टर की सिफारिश, दवाओं की डिलीवरी, और यहाँ तक कि ऑपरेशन के लिए बुकिंग तक एक ही प्लेटफॉर्म से कर सकते हैं... अगर इसमें AI-आधारित ट्रांसलेशन और वीडियो कॉल फीचर भी जोड़ दिए जाएँ तो ये एक डिजिटल हेल्थ डिप्लोमेसी का उदाहरण बन जाएगा... अब बाकी बस इम्प्लीमेंटेशन पर निर्भर करता है... क्या हमारे स्वास्थ्य मंत्रालय इसे इतनी गहराई से सोच रहे हैं? या फिर ये सिर्फ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का झूठा ताबूत है?
Preyash Pandya
26 06 24 / 14:32 अपराह्नअरे ये सब तो बस चुनावी नाटक है... बांग्लादेशी लोग भारत में आते हैं तो उन्हें बार-बार रिजेक्ट किया जाता है... ये वीज़ा तो कागज़ पर ही रह जाएगा 😒
Prachi Doshi
28 06 24 / 00:52 पूर्वाह्नअच्छा कदम है... आशा है ये सुविधा असली तौर पर काम करेगी
Raghav Suri
29 06 24 / 20:53 अपराह्नमैंने अपने एक दोस्त को बांग्लादेश से भारत आते हुए देखा था... उसका बेटा दिल का रोगी था... उसे अमेरिका जाने का पैसा नहीं था... तो उसने भारत का रास्ता चुना... और यहाँ उसका बेटा ठीक हो गया... ये वीज़ा अब उस तरह के लोगों के लिए बहुत बड़ी मदद होगी... दोनों देशों के बीच ये दोस्ती कभी नहीं टूटनी चाहिए
Nadia Maya
30 06 24 / 22:36 अपराह्नअरे ये तो बस एक और जनता को भ्रमित करने की चाल है... आपको पता है कि भारत में हर दिन 1200 बांग्लादेशी अवैध रूप से प्रवेश करते हैं? ये वीज़ा तो उनके लिए एक लीगल बैकडoor है... आप इसे डिप्लोमेसी कहते हैं? मैं इसे अंतरराष्ट्रीय गैर-कानूनी प्रवास का नया फॉर्मेट कहूंगा
vishal singh
2 07 24 / 10:49 पूर्वाह्नइतना सब कुछ घोषणा करने से पहले अपने देश के अंदर की बेसिक हेल्थकेयर सुधारो... गांवों में डॉक्टर नहीं हैं... तुम बांग्लादेश के लोगों को बचाने के लिए तैयार हो लिए लेकिन अपने आदमी को बचाने के लिए नहीं
mohit SINGH
2 07 24 / 12:24 अपराह्नबांग्लादेश के लोग भारत में आकर डॉक्टरों को ब्लैकमेल करते हैं... अगर उन्हें वीज़ा मिल गया तो अब वो बस अस्पतालों में घुस जाएंगे और दवाइयां चुराएंगे... ये सब बस एक बड़ा अपराध का नया रास्ता है
Priyanka R
2 07 24 / 13:56 अपराह्नइस वीज़ा के पीछे CBI और RAW का हाथ है... ये बांग्लादेशी मरीज़ों के जरिए भारत में स्पाइज़ भेज रहे हैं... वो अस्पतालों में डॉक्टरों से बात करके हमारे वैक्सीन रिसर्च का डेटा चुरा रहे हैं... ये सब एक बड़ी चाल है... तुम ये बातें नहीं सुनना चाहते लेकिन ये सच है... 🤫
Rakesh Varpe
4 07 24 / 08:14 पूर्वाह्नअच्छा हुआ
Girish Sarda
4 07 24 / 13:40 अपराह्नमैं बांग्लादेश के एक डॉक्टर से बात कर चुका हूँ... वो बता रहा था कि वो भारत में एक बच्चे की जान बचाने के लिए आया था... वो बहुत खुश था... अगर ये वीज़ा असली तौर पर आसान हो गया तो बहुत सारे डॉक्टर अपने मरीज़ों को लेकर आएंगे... ये वाकई में एक बड़ी बात है
Ron Burgher
4 07 24 / 23:41 अपराह्नतुम लोग इतने खुश क्यों हो रहे हो? बांग्लादेश के लोग भारत में आकर हमारी नौकरियां छीन रहे हैं... अब वो अस्पतालों में भी आ रहे हैं? अब तो हमारे बच्चे भी बीमार हो जाएंगे क्योंकि वो यहाँ आकर बीमारियां फैला रहे हैं... ये वीज़ा तो एक बड़ी गलती है