जब Bitcoin ने 5 अक्टूबर, 2025 को $125,689 का नया सर्वकालिक उच्चतम स्तर छूया, तो वित्तीय बाजारों में हड़कंप मच गया। इस ब्रेकथ्रू को एशियाई ट्रेडिंग सत्र में दर्ज किया गया, जहाँ शुरुआती 4:55 am UTC पर Tom's Hardware ने $125,449.77 की कीमत की पुष्टि की। यह मूल्य पिछले रिकॉर्ड $124,514 (14 अगस्त, 2025) को पीछे छोड़ रहा था, और साल‑की शुरुआत से 30 % से अधिक वृद्धि दिखा रहा है।
ड्रामा के मूल कारण की बात करें तो, 2 अक्टूबर, 2025 को शुरू हुई संयुक्त राज्य सरकार की शटडाउन ने निवेशकों को असहज कर दिया। Joshua Lim, जो FalconX के मार्केट्स को‑हेड हैं, ने कहा, “जब इक्विटीज़, सोना और यहाँ तक कि पोकेमोन कार्ड्स भी ऐतिहासिक हाई पर पहुँच रहे हैं, तो बिटकॉइन का ‘डॉलर डिबेसमेंट’ कथा से लाभ उठाना स्वाभाविक है।” इस ‘डिबेसमेंट ट्रेड’ में निवेशक डॉलर की स्थिरता को लेकर सावधान होते हुए Bitcoin को सुरक्षित आश्रय मानते हैं।
बाजार की गति को तेज़ करने वाला एक और प्रमुख तत्त्व था शॉर्ट पोजीशनों का तीव्र लिक्विडेशन। CoinTribune के अनुसार, सिर्फ 24 घंटे में $220 मिलियन से अधिक की शॉर्ट पोजीशन बेपर्दा हुई। इस ‘फोर्स्ड‑सेलर‑टु‑बायर’ चक्र ने कीमत को ऊपर की ओर धकेल दिया। साथ ही, Glassnode ने बताया कि एक्सचेंज पर उपलब्ध बिटकॉइन का स्टॉक ऐतिहासिक निचले स्तर 2.83 मिलियन BTC पर पहुँच गया, जिससे सप्लाई‑साइड और भी कसा हुआ। एक अज्ञात निवेशक ने जुलाई में 80,000 BTC को एक डॉर्मेंट वॉलेट से बाहर निकाला, जबकि 4 अक्टूबर को Binance से 54,000 BTC (लगभग $6.6 बिलियन) का निकास दर्ज किया गया।
अक्टूबर का महीना क्रिप्टो समुदाय में ‘Uptober’ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि पिछले दस में से नौ बार बिटकॉइन ने इस महीने में सकारात्मक रिटर्न दिया है। इस वैकल्पिक इतिहास ने मौजूदा बुल‑ट्रेंड को भरपूर समर्थन प्रदान किया। Michael Saylor के नेतृत्व वाली MicroStrategy ने फिर से बिटकॉइन का बड़ा खरीदारी दौड़ जारी किया, जिससे छोटे और मध्यम स्तर के डिजिटल एसेट्स, जैसे Ether, को भी अतिरिक्त रुचि मिली।
भविष्य की दिशा को लेकर विश्लेषक उत्साही हैं। Geoff Kendrick, जो Standard Chartered Plc के ग्लोबल हेड ऑफ डिजिटल एसेट्स रिसर्च हैं, ने कहा, “इस बार शटडाउन का असर पहले के वर्षों से अलग है; बिटकॉइन अब एक अलग स्तर पर है।” उनका मानना है कि कीमत $135,000‑200,000 तक पहुँच सकती है। इसी तरह, Joe DiPasquale, BitBull Capital के हेड ने नज़रिए को “ग्लोबल बफ़र” कहा, और कहा कि दीर्घकालिक शटडाउन की संभावना बिटकॉइन को सुरक्षित मूल्य भंडार के रूप में और मजबूत करेगी।
बिटकॉइन की रैली केवल क्रिप्टो क्षेत्र तक सीमित नहीं रही। उसी अवधि में अमेरिकी इक्विटीज़ ने एआई‑ड्रिवेन डीलों और पार्टनरशिप्स के कारण रिकॉर्ड हाई बनाया, जबकि ट्रेज़री यील्ड्स और डॉलर दोनों नीचे आए। सोना भी सातवें लगातार हफ्ते में ऊपर की ओर गया, मुख्यतः सेंट्रल बैंक की कम‑इंटरेस्ट‑रेट नीति और इनफ़्लेशन की चिंता के कारण। इस सामूहिक ‘रिस्क‑ऑफ़‑ऐसेट्स’ रैली ने बिटकॉइन को एक साइड‑हॉज़ के रूप में स्थापित किया, जहाँ निवेशक ‘सुरक्षित लेकिन रिटर्न‑ओरिएंटेड’ विकल्पों की तलाश में हैं।
नया रिकॉर्ड दर्शाता है कि बाजार में अस्थिरता के समय डिजिटल एसेट्स में भरोसा बढ़ रहा है। छोटे निवेशक, जो रिस्क‑ऐवर्स हैं, अब बिटकॉइन को एक वैकल्पिक बचत माध्यम के रूप में देख सकते हैं, पर कीमत में अचानक गिरावट का जोखिम हमेशा बना रहता है, इसलिए सावधानी जरूरी है।
इतिहास बताता है कि जब सरकारी खर्च में कटौती और आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, तो निवेशक वैकल्पिक एसेट्स की ओर रुख करते हैं। यदि शटडाउन कई हफ्तों तक चलता रहा, तो बिटकॉइन की मांग बढ़ने की संभावना है, जिससे कीमत में ऊपर की ओर दीर्घकालिक ट्रेंड बन सकता है।
लिक्विडेशन से अल्पकालिक सप्लाई कंस्ट्रेंट बनता है, जिससे कीमत में तीव्र उछाल आ सकता है। परन्तु यदि बाजार में नई खरीदारी नहीं होती, तो यह असर अस्थायी रह सकता है। दीर्घकालिक गति को समझने के लिए ट्रेंड, संस्थागत इनफ़्लो और करंसी का अपनापन देखना ज़रूरी है।
संस्थागत निवेशक, जैसे MicroStrategy, बिटकॉइन को हेज़ और दीर्घकालिक मूल्य संग्रह के रूप में देखते हैं। वे अक्सर डॉलर‑डिप्रीसेशन और मौद्रिक नीतियों की अनिश्चितता को देखते हुए अपना पोर्टफ़ोलियो डाइवर्सिफ़ाई करने का विकल्प चुनते हैं, जिससे कीमतें चाहे ऊँची हों या न हों, उनकी रुचि स्थिर रहती है।
Raj Bajoria
6 10 25 / 00:58 पूर्वाह्नबिटकॉइन की नई ऊँचाई वाकई दिलचस्प है।
Simardeep Singh
14 10 25 / 12:03 अपराह्नडॉलर की कमी को देख कर लोग बिटकॉइन को बचाव का साधन मान रहे हैं। शॉर्ट पोजीशन का लिक्विडेशन भी इसका कारण रहा है। अस्थिर बाजार में डिजिटल एसेट्स की मांग बढ़ रही है। अमेरिकी शटडाउन ने निवेशकों को वैकल्पिक सुरक्षा की तरफ धकेला है। इस रैली में संस्थागत खरीदारों का रोल भी काफी प्रमुख है।
Poorna Subramanian
22 10 25 / 23:07 अपराह्नबिटकॉइन का नया रिकॉर्ड आर्थिक अनिश्चितता को दर्शाता है। शटडाउन के दौरान निवेशकों ने सुरक्षित एसेट की तलाश में यह कदम उठाया। शॉर्ट पोजीशन की अचानक समाप्ति ने सप्लाई को घटाया। अब बाजार के आगे की दिशा को देखना महत्वपूर्ण रहेगा
Soundarya Kumar
31 10 25 / 09:12 पूर्वाह्नसच्ची बात है, इस अनिश्चित समय में बिटकॉइन ने लोगों को आशा दी है। हम सब को चाहिए कि ऐसे अवसरों को समझदारी से उपयोग करें।
Minal Chavan
8 11 25 / 20:16 अपराह्नभर्ती और नियामक दृष्टिकोण से देखें तो बिटकॉइन की इस वृद्धि पर सावधानीपूर्वक विश्लेषण आवश्यक है। केवल कीमत के उतार-चढ़ाव से परे, स्थायी दीर्घकालिक प्रभावों को समझना चाहिए।
Nanda Dyah
17 11 25 / 07:21 पूर्वाह्नवास्तव में, आप जिस पहलू का उल्लेख कर रही हैं वह अत्यंत महत्वपूर्ण है। पिछले डेटा से स्पष्ट है कि बार-बार शॉर्ट लिक्विडेशन से कीमत में अस्थायी उछाल आता है लेकिन स्थायित्व सुनिश्चित नहीं करता। इसलिए नियामकों को इस प्रवृत्ति को नियमन में लाना चाहिए।
KABIR SETHI
25 11 25 / 18:26 अपराह्नबिटकॉइन की यह प्राइस बम्प सिर्फ एक मौसमी घटना नहीं लगती। असली कारण मिला-जुला है-आर्थिक नीतियों में अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी और तकनीकी माइनर उलटफेर। कई बड़ी कंपनियों ने अब इस एसेट में हिस्सेदारी बढ़ा दी है। साथ ही, फ्यूचर मार्केट में पोजीशन का असंतुलन भी कीमत को धक्का देता है। यह देखना बाकी है कि क्या यह रुझान आगे भी बना रहेगा। कुल मिलाकर, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखनी चाहिए।
Mansi Bansal
4 12 25 / 05:30 पूर्वाह्नbilkul sahi baat hai ki crypto ka trend aage bhi chal sakta h. lekin sabko yaad रखना चाहिए कि price volatility अब भी high hai. Agar aap short term ke liye invest कर रहे है तो risk zyada ho skta h. hamare liye important है ki proper research kare.
vikas duhun
12 12 25 / 16:35 अपराह्नदेश की आर्थिक सुरक्षा को देखते हुए हमें इस विदेशी डिजिटल करंसी को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। यह शटडाउन हमारा अवसर है कि हम अपनी वित्तीय स्वायत्तता को सुदृढ़ करें। बिटकॉइन की कीमतों का झंडा सिर्फ विदेशियों का खेल नहीं, यह हमारे राष्ट्रीय हितों को भी प्रभावित करता है। हमें इस प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ना चाहिए और अपने निवेशकों को जागरूक करना चाहिए।
Nathan Rodan
21 12 25 / 03:39 पूर्वाह्नआपका नजरिया प्रभावशाली है और राष्ट्रीय पहलुओं को उजागर करता है।
फिर भी हमें यह समझना आवश्यक है कि बिटकॉइन एक वैश्विक परिसंपत्ति है।
इसका मूल्य निर्धारण अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निरंतर संपर्क में रहता है।
शटडाउन जैसी अस्थायी सरकारी बाधाएँ अक्सर अल्पकालिक उछाल को प्रेरित करती हैं।
लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से, तकनीकी बुनियाद और ब्लॉकचेन इकोसिस्टम का विकास ही प्रमुख कारक है।
संस्थागत निवेशकों द्वारा बड़े पैमाने पर प्रवेश अब एक स्थायी ट्रेंड बन चुका है।
माइक्रोस्ट्रेटेजी जैसी कंपनियों की लगातार खरीदारी इस बात की पुष्टि करती है।
साथ ही, डिफ़ायनिटिव ब्लॉकचेन एप्लिकेशन जैसे DeFi और NFT भी इस परिसंपत्ति को मजबूत बनाते हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि बाजार में सप्लाई साइड की कमी भी कीमत को समर्थन देती है।
हालिया डेटा से पता चलता है कि एक्सचेंज में उपलब्ध बिटकॉइन की मात्रा प्रायः न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है।
इस परिप्रेक्ष्य में, शॉर्ट पोजीशन का लिक्विडेशन एक अतिरिक्त बूस्टर के रूप में कार्य करता है।
फिर भी, निवेशकों को लिवरेज और जोखिम प्रबंधन के सिद्धांतों को नहीं भूलना चाहिए।
एक व्यवस्थित पोर्टफोलियो विविधता और हेजिंग रणनीतियों के साथ अधिक स्थिर रिटर्न प्रदान कर सकता है।
इसलिए, चाहे आप एक छोटे निवेशक हों या बड़े संस्थान, उचित अध्ययन और प्रॉस्पेक्टस के आधार पर निर्णय लेना चाहिए।
अंत में, हमारा लक्ष्य यह होना चाहिए कि हम इस उछाल को अपने आर्थिक विकास के लिए सकारात्मक रूप से उपयोग करें, बजाय इसके कि हम केवल अंधाधुंध उत्साह में डूबें।
Arjun Dode
29 12 25 / 14:44 अपराह्नभाईयो, बिटकॉइन ने फिर से धूम मचा दी! चलो इस मौके का फायदा उठाएं, लेकिन हेडा-से-हेडा जोखिम भी याद रखें।