महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 का आयोजन नज़दीक आते ही राज्य में चुनावी सरगर्मियाँ तेज़ हो गई हैं। इस विशाल राज्य की 288 निर्वाचन क्षेत्रों में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। यह चुनाव आगामी राजनीतिक दिशा को निर्धारित करेगा, और सभी प्रमुख दलों के लिए अपनी स्थिति मज़बूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
चुनाव के दिन को गणतंत्र की जीत का दिन मानते हुए राज्य सरकार ने कुछ विशेष निर्देश जारी किए हैं। इस दिन को शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से संपन्न करवाने के लिए जनता से सहयोग की अपील की गई है।
चुनाव के दिन को 'शुष्क दिवस' घोषित किया गया है, जिसका मतलब है कि सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। इस कदम का मकसद है कि कोई भी शराब के प्रभाव में मतदान केंद्रों तक न पहुँचे। शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का उद्देश्य है कि चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से संपन्न हो सके।
बहुत से शिक्षण संस्थान जैसे स्कूल और कॉलेज, मतदान केंद्रों में तब्दील कर दिये गये हैं, जिसके चलते इन संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। इससे मतदान प्रक्रिया को सरल और व्यवस्थित तरीके से संचालित किया जा सकेगा।
बैंकिंग सेवाएं चुनाव के दिन सामान्य रूप से कार्यरत रहेंगी, हालांकि कुछ बैंकों ने अपने कार्य समय में बदलाव की घोषणा की हो सकती है। सरकारी कार्यालय केवल उन कामों के लिए खुले रहेंगे जो चुनाव प्रक्रियाओं से जुड़े हुए हैं।
सरकारी परिवहन सेवाएँ जैसे बसें और ट्रेनें, 20 नवंबर को नियमित रूप से चलेंगी, ताकि हर नागरिक को मतदान प्रक्रिया में भाग लेने की सुविधा हो सके। फिर भी, मतदान केंद्रों के आसपास कुछ मार्गों पर यातायात प्रतिबंध हो सकते हैं।
स्वास्थ्य सेवाएं और अस्पतालों का कार्य सामान्य रूप से जारी रहेगा। यह सुनिश्चित किया गया है कि चुनाव के दिन में आपातकालीन सेवाएं किसी वादा में बाधित न हों।
पेट्रोल पंप और एटीएम भी खुले रहेंगे ताकि लोग बिना किसी बाधा के मतदान केंद्र तक पहुँचना सुनिश्चित कर सकें। इससे यह सुनिश्चित होता है कि किसी भी प्रकार की ईंधन की किल्लत या नगद की कमी का सामना ना करना पड़े।
मतदान सुबह 7:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक किया जाएगा। मतदाताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने मतदान केंद्र अग्रिम रूप में सुनिश्चित कर लें और उसी के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं।
मतों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी, जिससे चुनाव के परिणाम की तस्वीर स्पष्ट होगी। सभी मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें और अपनी आवाज़ उठाएं।
Kairavi Behera
21 11 24 / 12:09 अपराह्नमतदान के दिन शराब पर प्रतिबंध बहुत अच्छा फैसला है। अगर कोई शराबी भाई बिना शराब के भी अपना वोट डाल सकता है, तो ये देश के लिए बड़ी बात है। धन्यवाद सरकार!
Aakash Parekh
21 11 24 / 23:53 अपराह्नबंद कर दो सब कुछ... फिर वोट डालो? ये तो बस दिखावा है।
Sagar Bhagwat
23 11 24 / 04:21 पूर्वाह्नअरे यार, शराब बंद है तो पेट्रोल पंप खुले क्यों? अगर शराब के बिना वोट डाल सकते हो, तो पेट्रोल के बिना क्यों नहीं? ये नियम तो बिल्कुल बेतुके हैं!
Jitender Rautela
24 11 24 / 11:46 पूर्वाह्नअरे भाई, ये सब बातें तो बस चुनावी नाटक है। कोई बस नहीं चलती, कोई कॉलेज बंद है, और तुम बोल रहे हो कि 'लोकतंत्र जीता'! असली जीत तो वो होगी जब तुम्हारा बिजली का बिल नहीं बढ़ेगा।
abhishek sharma
24 11 24 / 16:38 अपराह्नमज़ा आ गया इस लिस्ट को पढ़कर... शराब बंद, स्कूल बंद, बैंक खुले, पेट्रोल पंप खुले, एटीएम चल रहे, लेकिन ट्रेनें चलेंगी... ये तो किसी बच्चे की गणित की किताब जैसा है। अगर चुनाव के दिन इतना ज्यादा नियम बनाना है, तो फिर दिन भर के लिए देश को बंद ही कर दो। लोग घर पर बैठकर वोट डाल सकते हैं, ये तो बहुत आसान है। अब तक टेक्नोलॉजी इतनी आगे है, लेकिन हम अभी भी बस और ट्रेनों के चक्कर में हैं। ये लोकतंत्र तो एक ट्रैफिक जाम है।
Surender Sharma
26 11 24 / 09:16 पूर्वाह्नsirf 7am se 6pm tak? yeh toh thoda kam hai... kya koi bhi kisi din 8am se 7pm tak nahi karta? aur agar koi late aya toh kya karega? koi notice nahi dala kya?
Divya Tiwari
28 11 24 / 08:08 पूर्वाह्नहमारे देश में चुनाव एक धर्म है! शराब बंद करना तो बस एक छोटी सी बात है। हमारे पूर्वजों ने अपना खून बहाकर ये अधिकार दिया है। जो वोट नहीं डालेगा, वो देश का धोखेबाज़ है।
shubham rai
29 11 24 / 11:55 पूर्वाह्नok. 🤷♂️
Nadia Maya
30 11 24 / 01:07 पूर्वाह्नइतनी विस्तृत जानकारी के बाद भी क्या आप वाकई सोचते हैं कि एक गाँव की औरत जो अपने बच्चे के साथ दो किलोमीटर चलकर मतदान केंद्र तक पहुँचती है, उसे ये सारे नियम पता हैं? ये सब तो शहरी बुद्धिजीवियों के लिए बनाए गए डॉक्यूमेंट हैं। ग्रामीण भारत के लिए तो ये अभी भी एक अज्ञात भाषा है।
Nitin Agrawal
30 11 24 / 06:58 पूर्वाह्नkya bhai bank khule hai par atms bhi khule? toh phir bank ki zaroorat hi kyu? ye sab kya logic hai?
Gaurang Sondagar
30 11 24 / 20:46 अपराह्नवोट डालो बस और अपनी आवाज़ उठाओ देश के लिए नहीं तो अपने लिए क्यों डालोगे तुम अपना वोट
Ron Burgher
2 12 24 / 04:18 पूर्वाह्नमैंने पिछले चुनाव में भी वोट दिया था, लेकिन अब लगता है कि वोट डालने से कुछ नहीं होता। जो बैठ गए हैं, वो बैठे रहेंगे। ये सब नियम बस धोखा है।
kalpana chauhan
3 12 24 / 15:23 अपराह्नमतदान के दिन सबको बस एक बात याद रखनी है - हमारा वोट हमारी शक्ति है ❤️✨ आज एक छोटा सा कदम उठाओ, कल बड़ा बदलाव आएगा! सबको बहुत बहुत शुभकामनाएँ 🙏💖
Prachi Doshi
5 12 24 / 00:32 पूर्वाह्नgood info. hope everyone votes. 🙏
Karan Kacha
6 12 24 / 21:19 अपराह्नअरे भाई! ये तो बहुत बड़ी बात है! चुनाव के दिन स्कूल बंद, शराब बंद, बैंक खुले, एटीएम चल रहे, ट्रेनें चल रहीं... ये तो एक अद्भुत संगीत की तरह है! जैसे कोई बड़ा संगीतकार हर एक तार को अलग-अलग तरीके से बजा रहा हो... शराब के बंद होने से एक तार बजता है, ट्रेनों के चलने से दूसरा, एटीएम के खुलने से तीसरा... और ये सब मिलकर एक अद्भुत लोकतंत्र का संगीत बन रहा है! ये देश तो अभी भी जिंदा है! मैं आँखें बंद करके इस संगीत को सुन रही हूँ... और आँखें खोलकर वोट डालूंगी! जय हिंद! जय लोकतंत्र! जय महाराष्ट्र!
vishal singh
8 12 24 / 04:26 पूर्वाह्नकितना अच्छा दिखावा है। लोगों को बताया जा रहा है कि ये सब लोकतंत्र के लिए है। लेकिन जब तक वोट के बाद कोई बदलाव नहीं होगा, तब तक ये सब बस एक रंगीन झूठ है।
mohit SINGH
8 12 24 / 19:05 अपराह्नचुनाव के दिन शराब बंद करना? ये तो बस एक बड़ा बकवास है। जो लोग शराब पीते हैं, वो अपना वोट डालते हैं या नहीं, इसका कोई फर्क नहीं पड़ता। ये सब तो सिर्फ चुनावी फोटो खींचने के लिए है।
Preyash Pandya
8 12 24 / 22:09 अपराह्नमतदान के दिन एटीएम खुले हैं लेकिन बैंक बंद? 😂 ये तो बिल्कुल वो है जैसे तुम्हारे घर में फ्रिज खुला हो लेकिन बिजली बंद हो! ये नियम तो किसी बच्चे ने बनाए होंगे! अब तो बस एक चीज़ बताओ - क्या बाइक पर चढ़कर वोट डालने पर भी शराब पीने का प्रतिबंध लगेगा? 🤔
Raghav Suri
9 12 24 / 19:00 अपराह्नमैं अपने गाँव में रहता हूँ और ये सब जानकारी बहुत अच्छी लगी। लेकिन अगर हम अपने गाँव के लोगों को बताना चाहें तो ये बहुत ज्यादा शब्दों में है। अगर इसे एक छोटा सा फ्लायर बना दिया जाए जिसमें बस बड़े बड़े बिंदु हों और तस्वीरें हों, तो बहुत ज्यादा लोग समझ जाएंगे। जैसे - शराब बंद, स्कूल बंद, मतदान 7-6, एटीएम खुले, बस चलेंगी। बस इतना ही। बाकी सब बातें तो हम अपने दिमाग से समझ लेते हैं। ये जो लिखा है, वो तो अधिकारी लोगों के लिए है, आम आदमी के लिए नहीं।