नवीन पटनायक ने बीजेपी के हाथ की आलोचना पर किया पलटवार, कहा - यह चाल नहीं चलेगी

नवीन पटनायक ने बीजेपी के हाथ की आलोचना पर किया पलटवार, कहा - यह चाल नहीं चलेगी

नवीन पटनायक और बीजेपी के बीच तनाव

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच चल रहे तनाव ने एक नया मोड़ लिया है। 77 वर्षीय पटनायक के हाथ कांपने को लेकर बीजेपी ने उन्हें निशाना बनाया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पटनायक के स्वास्थ्य पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पण्डियन उनकी स्थिति को छुपा रहे हैं और राज्य के भविष्य को नियंत्रित कर रहे हैं।

पटनायक ने दिया करारा जवाब

पटनायक ने बीजेपी के इन आरोपों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी उनके हाथों को लेकर बेवजह मुद्दा बना रही है। पटनायक ने कहा, 'बीजेपी की यह चाल नहीं चलेगी। मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं और राज्य में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहा हूं।' उन्होंने यह भी कहा कि उनके सहयोगी वीके पण्डियन कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं।

स्वास्थ्य पर सवाल और राजनीति

बीजेपी के नेता हिमंता बिस्वा शर्मा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें वीके पण्डियन, पटनायक के हाथ को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। शर्मा ने यह भी सुझाव दिया कि पण्डियन, पटनायक को नियंत्रित कर रहे हैं और ओडिशा के भविष्य को निर्धारित कर रहे हैं। बीजेपी के इन आरोपों के चलते चुनावी राजनीति में स्वास्थ्य मुद्दा प्रमुख बन गया है।

पटनायक का आत्मविश्वास

पटनायक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह किसी भी स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त नहीं हैं और पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि वह राज्य के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं और जनता का समर्थन उन्हें मिल रहा है। पटनायक ने कहा, 'मैं अपने राज्य के लोगों की सेवा करूंगा और उनकी सभी समस्याओं का समाधान करूंगा।'

बीजेपी के रणनीति

बीजेपी ने पटनायक के सहयोगी वीके पण्डियन को भी निशाना बनाया है। पण्डियन, तमिलनाडु के एक सेवानिवृत्त नौकरशाह हैं। बीजेपी का आरोप है कि पण्डियन पटनायक के जरिये राज्य के प्रशासन को चलाने का प्रयास कर रहे हैं। यह भी आरोप लगाया गया है कि पण्डियन के कारण ओडिशा के विकास में रुकावट आ रही है।

विधानसभा और लोकसभा चुनाव

ओडिशा में विधानसभा और लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। बीजेपी और बीजू जनता दल (बीजेडी) के बीच तीखी बयानबाजी चल रही है। अमित शाह ने पहले भी पटनायक से निवृत्ति की अपील की थी और कहा था कि उनकी उम्र और स्वास्थ्य के कारण अब वह सक्षम नहीं हैं।

जनता का मूड

ओडिशा की जनता के बीच भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा हो रही है। कुछ लोग पटनायक को समर्थन दे रहे हैं जबकि कुछ बीजेपी के आरोपों को सही मान रहे हैं। पटनायक का कहना है कि वह जनता के लिए काम कर रहे हैं और जनता का विश्वास उनके साथ है।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

ओडिशा में राजनीतिक माहौल गर्म हो चुका है। नवीन पटनायक और भारतीय जनता पार्टी के बीच जो आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं, वह ऐसे समय में हो रहे हैं जब राज्य में चुनाव नजदीक हैं। पटनायक ने अपनी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर स्पष्टता देते हुए स्वयं को स्वस्थ बताया है और बीजेपी की नीतियों का विरोध किया है।

एक टिप्पणी छोड़ें