जब बेथ मोनी, विकेटकीपर‑बैटर और ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने अपनी 200वीं अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति को 75* *(नोट आउट) के जबरदस्त अर्धशतक से सेलिब्रेट किया, तो वही क्षण जॉर्जिया वॉल के लिए भी इतिहास रच गया – 50 रन का पहला T20I अर्धशतक। दोनों ने मिलकर 123‑रन का ओपनिंग साझेदारी बनाया और ऑस्ट्रेलिया ने न्यूज़ीलैंड को 8 विकेट से हराकर श्रृंखला में 1‑0 की जीत हासिल की। यह जीत सिर्फ स्कोर बोर्ड तक सीमित नहीं, बल्कि कई रिकॉर्डों की नई दहलीज भी थी।
यह पहला T20I ट्रांस‑तास्मान महिला टाइड‑20 सीरीज़ का भाग था, जहाँ दोनों टीमें अपने‑अपने घरेलू मैदानों पर अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार थीं। न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग का फैसला किया, लेकिन 137/2 का लक्ष्य पिच परिस्थितियों को देखते हुए कम‑से‑कम चुनौती माना गया। जबकि ऑस्ट्रेलिया को इस लक्ष्य को पार करने में बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं लगनी चाहिए थी, उनका पावर प्ले 77 रन (इतिहास में सबसे अधिक) ने सभी को चकित कर दिया।
पहले 6 ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने 77 रन जोड़े – यह उनके महिला T20I इतिहास में सबसे बड़ा पावर‑प्ले स्कोर है। मोनी ने पहले ओवर में ही दो शानदार कवर ड्राइव और दो हाई‑पे स्ट्रोक लगाए, जिससे जल्दी‑जल्दी रन चलेजाने की क्षमता दिखी। वॉल ने भी सीधे स्ट्रॉक्स पर अपने बॉटम‑हैंड की ताकत दिखाते हुए कई लेग‑साइड बॉण्ड्स लाए। इस साझेदारी ने 8.2 ओवर में ही 123‑रन का पार‑स्ट्राइकिंग मील‑स्टोन हासिल कर लिया, जो NZ के खिलाफ अब तक का सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग साझेदारी बना।
मोनी ने 28 गेंदों में अपना 26वां T20I अर्धशतक बनाया, जिससे वह ICC महिला T20I रैंकिंग में नंबर‑वन पद पर बनी रही। उसने "मैं सिर्फ अपना खेल खेल रही हूँ, लेकिन टीम का हर रन मेरे लिए खास है" कहा। इस अर्द्धशतक में 5 चौके और 4 छक्के शामिल थे, जिससे उसकी स्ट्राइक‑रेट 107.14 तक पहुँच गई। मोनी के इस प्रदर्शन से यह स्पष्ट हो गया कि वह इस वर्ष 575 रन (औसत 72) की चमारक फॉर्म में है।
21‑वर्षीया वॉल ने 30 गेंदों में सटीक 50 रन बनाए, जिससे वह अपनी पहली T20I अर्धशतक पर पहुँची। उसकी सबसे शक्तिशाली गेंदें सीधी लेग‑साइड पर थीं, जहाँ उसने कई बॉल्स को "बॉटम‑हैंड सैवज" कहा गया। वॉल ने बताया, "बेथ के साथ साझेदारी करना मेरे विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा, उनकी आक्रामक शैली ने मुझे भी अपने खेल को और तेज़ करने की प्रेरणा दी"।
न्यूज़ीलैंड की टॉप स्कोरर एमिलिया केर्र ने 51* (नोट आउट) बनाकर टीम को लड़ाई के लायक बनाया, जबकि सोफी देविन ने 39* रन जोड़े। ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी में हन्ना ब्राउन ने 1/22 के साथ सबसे आर्थिक दिखा, लेकिन दो कैच गिरने और तीन रन‑आउट चांसेज़ छूटने के कारण अधिक पत्थर नहीं तोड़ पाई। उल्लेखनीय बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने अपनी मुख्य तेज़ bowler अलाना किंग को मैच में नहीं रखा, फिर भी टीम ने दबाव बनाये रखा।
पहली जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया को अब दो मैच बचे हैं – एक माउंट मौआंगनुई में रविवार को और दूसरा वेलिंगटन में बुधवार को तय करना है। अगर एंट्री फॉर्मूला जारी रहता है, तो ऑस्ट्रेलिया के 3‑0 सफ़ेद‑धुलाई की संभावना बढ़ गई है। इस जीत ने टीम को मानसिक रूप से भी बहुत मजबूर किया है; कोच ने कहा, "हमारी टीम इस तरह के बड़े मैचों में शांत रहती है और दबाव को अवसर में बदल देती है"।
क्रिकेट विश्लेषक सुरेश पांडेय ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया ने न केवल तकनीकी रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी अपनी श्रेष्ठता साबित की है। मोनी का फॉर्म और वॉल की उभरती शक्ति इस टीम को आज के अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में शीर्ष पर रखेगी"।
ट्रांस‑तास्मान सीरीज़ केवल दो टीमों के बीच का मुकाबला नहीं, बल्कि विश्व स्तरीय महिला क्रिकेट में रैंकिंग और मनोबल को तय करने वाला मंच है। ऑस्ट्रेलिया की निरंतर जीत उन्हें इस साल के विश्व कप के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती है, जबकि न्यूज़ीलैंड को अपनी बैटिंग लाइन‑अप को फिर से परखने का मौका मिला। इस प्रकार, पहला T20I न केवल आँकड़े बदलता है, बल्कि आगामी टूर्नामेंट की भविष्यवाणी भी करता है।
मोनी का 200वाँ मैच उनके करियर की स्थिरता दर्शाता है; 75* रन बनाकर उन्होंने साबित किया कि वह न केवल अपने व्यक्तिगत आँकड़े बनाए रखती हैं, बल्कि टीम को बड़े लक्ष्य हासिल करने में भी मदद करती हैं। यह मील‑स्टोन अक्सर खिलाड़ियों के घटक परिवर्तन को दर्शाता है, पर मोनी ने इस दर को बढ़ाते हुए अपने नंबर‑वन ICC रैंक को बरकरार रखा।
वॉल ने अपनी पहली T20I अर्धशतक के साथ टीम के स्टार्टिंग पोझिशन को मजबूत किया। उसकी खुली स्ट्राइक‑रेट और बॉटम‑हैंड पावर‑हिटिंग ने मोनी के साथ साझेदारी को प्रभावी बनाया, जिससे दोनों ने 123‑रन की साझेदारी हासिल की। इस प्रदर्शन ने उसकी अंतरराष्ट्रीय स्थायित्व को स्थापित किया और ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग गहराई को और व्यापक बनाया।
न्यूज़ीलैंड को अपने शुरुआती बैटिंग स्ट्रेटेजी को पुनः विचार करना होगा; 137/2 केवल दो विकेट गिरने के बावजूद उच्च रन‑रनर बना, पर पावर‑प्ले में शुरुआती बॉल्स को संभालने में झटके लगे। इसके अलावा फील्डिंग में दो कैच गिरना और तीन रन‑आउट चांसेज़ का न उपयोग करना भी उनके लिए खड़ता बना। बेहतर एटिक और तेज़ रन‑आउट विकल्प अगले मैचों में जरूरी होगा।
माउंट मौआंगनुई के मैदान पर तेज़ पिच और समुद्री हवाओं की वजह से तेज़ बॉलिंग को फायदा मिल सकता है, जिससे ऑस्ट्रेलिया को अपनी गेंदबाज़ी को और सटीक बनाना पड़ेगा। वेलिंगटन में अधिक ग्रास़ी पिच होने के कारण बैटिंग ज़्यादा लाभदायक होगी, इसलिए न्यूज़ीलैंड को अपने टॉप ऑर्डर को देर तक कायम रखने की जरूरत होगी। दोनों मैचों में जीत का दांव अभी भी खुला है, पर ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा फॉर्म उन्हें फ़ेवरेट बनाती है।
Shubham Abhang
1 10 25 / 22:07 अपराह्नवाह! क्या यह जीत असली में इतनी शानदार थी??? मोनी‑वॉल की शॉट्स देखते‑देखते ऐसा लगा कि मैदान में जुगनू उड्डिन!! लेकिन फिर भी, इस तरह की रिकॉर्ड‑ब्रेकिंग बातें कभी‑कभी थोड़ा ज्यादा दिखावा लगती हैं; क्या टीम का असली कलेक्शन सिर्फ बड़े‑बड़े आँकड़े ही है???