भारतीय Stock Market फिलहाल रफ्तार पकड़ने के मूड में नहीं है। सोमवार को बाजार ने सतर्क रुख अपनाया क्योंकि अमेरिका और रूस के बीच अहम वार्ता होने वाली थी। जिन निवेशकों को तेज उतार-चढ़ाव की उम्मीद थी, उन्हें निराशा हाथ लगी। बाजार की शुरुआत हल्के-फुल्के उतार-चढ़ाव के साथ हुई, लेकिन आखिर में Sensex 57.75 अंक चढ़कर बंद हुआ। वहीं, Nifty 24631 के स्तर पर टिक गया। यह इशारा करता है कि निवेशक बड़े फैसलों से परहेज़ करते नजर आ रहे हैं।
सुबह से ही ट्रेडिंग बेहद सीमित दायरे में दिखाई दी। बाजार खुलते ही विदेशी संकेतों और एशियाई बाजारों की सुस्ती का असर दिखा। रूस और अमेरिका के बीच होने वाली बातचीत के चलते ज्यादातर निवेशक अपने पोज़िशन पर मजबूती से टिके रहे और पैसा लगाने में हिचकिचाए। geopolitical टेंशन का असर आईटी, ऑयल और मेटल सेक्टर में साफ देखने को मिला।
इस दिन सबसे ज्यादा ध्यान बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर पर रहा। चंद चुनिंदा बैंकिंग स्टॉक्स में खरीदारी दिखी, लेकिन दूसरी ओर, एफएमसीजी और फार्मा शेयर में हल्की बिकवाली छाई रही। निवेशक इस वक्त बड़े फैसले लेने से बच रहे हैं, खासकर जब वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता का माहौल बना हो।
बाजार की चाल में फ़िलहाल अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति और रूस-अमेरिका वार्ता की सरगर्मी हावी है। विदेशी फंड्स की दिशा भी म्यूट रही, जिससे लिक्विडिटी और वॉल्यूम पर असर पड़ा।
वैश्विक बाजारों की आंखें रूस-अमेरिका वार्ता पर टिकी हैं, क्योंकि इसका असर शेयर बाजार की सेंटीमेंट पर सीधा पड़ सकता है। तब तक, भारतीय निवेशक कुछ और दिनों तक सतर्क खेलने में ही भलाई समझते हैं।
Ron Burgher
21 08 25 / 10:20 पूर्वाह्नफिर से यही बात... अमेरिका-रूस की बातचीत का इंतजार कर रहे हो, जबकि हमारे अपने घर के नियम तो बदल रहे हैं। बैंकिंग स्टॉक्स में खरीदारी? बस एक नज़र डालो, वो भी टेंपोररी है। असली बात तो ये है कि हम अपने निवेश को अपने देश की अर्थव्यवस्था पर फोकस करके बनाएं, न कि विदेशी खबरों पर।
kalpana chauhan
22 08 25 / 16:40 अपराह्नये बाजार वाली चिंताएँ तो हर दिन की बात है 😅 पर देखो न, Nifty 24k के पास टिका हुआ है - ये तो बहुत अच्छा संकेत है! 🙌 बैंकिंग सेक्टर में थोड़ी खरीदारी हुई, तो भी बहुत अच्छा हुआ। अगर आप लोग थोड़ा शांत रहेंगे, तो ये सीमित हलचल भी एक बड़ी चीज़ है। बस अपने पोर्टफोलियो को स्थिर रखो, और बाहर की खबरों को बस एक नज़र से देख लो 💪❤️
Prachi Doshi
23 08 25 / 13:43 अपराह्नsensex up by 57... thats it? 😴 honestly, if you're waiting for big moves, you're waiting for the wrong thing. markets are just chilling. no drama. no panic. just... wait. and maybe buy some sip if you can. 🤷♀️
Karan Kacha
25 08 25 / 04:46 पूर्वाह्नअरे भाईयो, ये सिर्फ एक छोटी सी हलचल नहीं है - ये एक भारी संकेत है! 📈 जब विदेशी फंड्स म्यूट हो जाते हैं, तो ये इंगित करता है कि वैश्विक निवेशक अपने पैसे को बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं! ऑयल, IT, मेटल - सब ठहर गए, क्योंकि वो जानते हैं कि अगर रूस-अमेरिका बातचीत में कोई बड़ा झटका आया, तो ये सेक्टर्स सबसे पहले गिरेंगे! और फार्मा और FMCG में बिकवाली? वो तो बस टेक्निकल रिबैलेंस है! अगर आप इसे समझ नहीं पा रहे, तो आपको एक गहरी बाजार की शिक्षा की जरूरत है - ये बाजार अब सिर्फ डेटा नहीं, भावनाओं से चल रहा है! और हाँ, बैंकिंग स्टॉक्स में खरीदारी असली चीज़ है - ये वो जगह है जहाँ बड़े निवेशक अपना भरोसा जमाते हैं! अगर आप इसे नहीं समझते, तो आप बाजार के अंदर नहीं, बाहर हैं!
vishal singh
25 08 25 / 09:01 पूर्वाह्न57 points? इतनी छोटी चाल के लिए इतना लिख दिया? बाजार तो बस घूम रहा है - जैसे बूढ़े आदमी जो अपने बिस्तर से उठने की हिम्मत नहीं कर पा रहा। अमेरिका-रूस की बातचीत का इंतज़ार? ये तो बस बाजार के लिए एक बहाना है। असली बात ये है कि हमारे निवेशकों के पास कोई विज़न नहीं है।