क्या आपको पता है कि शिलॉंग में हर रोज हजारों लोग सांस रोककर तीर के हर वार का इंतजार करते हैं? 29 अक्टूबर 2024 को भी यही कहानी दोहराई गई, जब Shillong Teer और उसके जुड़ी लॉटरीज़ के परिणाम सामने आए। सुबह से लेकर रात तक अलग-अलग गेम्स—Juwai Teer, Shillong Morning Teer, Khanapara Teer, Night Teer—की राउंड वाइज़ रिजल्ट्स का इंतजार करने वालों में गजब का उत्साह दिखा। पहले, दूसरे राउंड के नंबर, कॉमन फिगर्स, और चार्ट—ये सब बातें शहर की हर गली में चल रही चर्चा का हिस्सा बन गईं।
खिलाड़ियों के लिए कुछ खास कॉमन नंबर भी सामने आए, जिन्हें लोग अक्सर अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनते हैं। Shillong Teer खेलने वालों के लिए इस दिन के डायरेक्ट नंबर 25, 79, 67 रहे, हाउस नंबर 4 और 3 बने, और एंडिंग नंबर 8 और 0 रहे। ये नंबर सिर्फ अपने आप में आंकड़े नहीं होते, बल्कि कई लोगों की उम्मीदें और सपने इनपर टिकी रहती हैं।
रिजल्ट्स की पूरी प्रक्रिया Khasi Hills Archery Sports Association के जमीनी आयोजन के तहत होती है। शिलॉंग पोलो स्टेडियम हर दिन इस लॉटरी और आर्चरी के इवेंट का अड्डा बन जाता है। यहां न सिर्फ भाग्य आजमाया जाता है, बल्कि तीरंदाजी को भी प्रमोट किया जाता है, जिससे स्थानीय कम्युनिटी को फायदा मिलता है। खेल के नाम पर जमा होने वाली रकम से न केवल खिलाड़ियों की मदद होती है, बल्कि इलाके के विकास कार्यों के लिए भी पैसे जुटाए जाते हैं।
लॉटरी के क्रेज की वजह से शिलॉंग और बाकी मेघालय में ये सिर्फ एक गेम नहीं, बल्कि दिन की लाइफलाइन बन गया है। टिकट बेचने वाले से लेकर नंबर निकालने वालों तक, हर शख्स इसकी वजह से अपने-अपने तरीकों से एक नई उम्मीद जी रहा है।
Kairavi Behera
7 08 25 / 12:27 अपराह्नअगर आप शिलॉंग टीर में जीतना चाहते हैं, तो सिर्फ नंबर्स पर भरोसा न करें। मैंने 3 साल तक रोज़ रिजल्ट्स ट्रैक किए हैं, और जो लोग दिन में एक बार टिकट लगाते हैं, वो लगभग हमेशा हार जाते हैं। असली ट्रिक है - रात के रिजल्ट के बाद अगले दिन की सुबह के नंबर्स का अंतर देखना। जैसे आज के नाइट टीर का एंडिंग 8 था, तो कल की सुबह का पहला राउंड 12 आया - ये नंबर्स एक दूसरे से जुड़े होते हैं। बस थोड़ा धैर्य रखें, और बिना भावनाओं के डेटा देखें।
Sujit Yadav
7 08 25 / 15:24 अपराह्नमुझे लगता है कि यह सब एक आधुनिक व्यवसाय है जो गरीबों के भाग्य को बेच रहा है। 🤔 एक ऐसा खेल जिसमें आपकी आय का 30% जाता है, और फिर भी लोग उसे 'स्थानीय संस्कृति' कहते हैं? 🙄 यहाँ के लोग तीरंदाजी को बचाने की बात करते हैं, लेकिन असल में वो बस एक बेकार के नंबर्स पर अपना जीवन लगा रहे हैं। आपके पास अगर 500 रुपये हैं, तो उन्हें बचत में डाल दें - यह ज्यादा समझदारी होगी।
Jitender Rautela
8 08 25 / 14:35 अपराह्नअरे भाई, ये सब तो बस एक खेल है न? 😎 मैंने आज सुबह 12 और 46 वाला टिकट लगाया - और वो निकल गए! अब मैं तो रात के लिए 79 और 67 ले रहा हूँ। ये नंबर्स तो बिल्कुल जादू जैसे हैं! कोई नहीं जानता कि अगला क्या आएगा, लेकिन जो आता है, वो तो बस एक बार में जीत दे देता है। मैंने पिछले हफ्ते 2000 रुपये जीते थे - अब तो ये मेरी रोज़ की चाय की आदत बन गई। 😄
Sagar Bhagwat
10 08 25 / 01:53 पूर्वाह्नहे भगवान, ये सब नंबर्स तो बस बेकार की बातें हैं। क्या कोई जानता है कि इन नंबर्स का कोई तर्क नहीं होता? अगर 22 और 98 आए, तो अगले दिन 13 और 55 आएंगे - ये कैसे तय होता है? अगर ये गेम इतना जादुई है, तो इसके लिए कोई एल्गोरिथम नहीं बनाया जा सकता? 😅 मैं तो बस इतना कहूंगा - जिसने आज जीता, वो कल नहीं जीतेगा। और जिसने हारा, वो फिर भी टिकट लगाएगा।
Aakash Parekh
11 08 25 / 08:56 पूर्वाह्नबस एक लाइन: मैंने आज नंबर 8 लगाया, और वो निकल गया। अब जाऊंगा चाय पीने। 🤷♂️