अगर आप क्रिकेट फ़ैन हैं तो बाबर आज़म का नाम आपके सामने ज़रूर आया होगा। वह तेज़ गेंदों से विपक्षी को झकझोरने में माहिर है और पाकिस्तान की बॉलिंग अटैक में अहम किरदार निभाते हैं। आज हम देखें कि उनका करियर कैसे शुरू हुआ, कौन‑से आँकड़े उन्हें खास बनाते हैं और चैंपियंस ट्रॉफी में उनकी अनुपस्थिति क्यों चर्चा का विषय बनी।
बाबर ने 2018 में अंतर्राष्ट्रीय डोमिनियन शुरू किया। पहले कई घरेलू टीमों में खेलकर उन्होंने अपनी फ़ास्ट बॉलिंग स्किल्स को निखारा। 2020 में पहली बार वह पाकिस्तान के टेस्ट स्क्वॉड में आए और अपने डेब्यू ओवर में 3 विकेट लिए – इसका असर तुरंत दिखा। तब से उन्होंने टेस्ट, ODI और T20 में कुल मिलाकर 150 से अधिक विकेट लिए हैं।
उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि 2022 में भारत के खिलाफ एक वनडे में 5 विकेट लेना थी, जहाँ उन्होंने 45 रन के लक्ष्य को मुश्किल बना दिया। इस पर कई क्रिकेट एक्सपर्ट ने कहा कि वह “पीच को अपने हाथ में ले सकता है”। उसके अलावा, वह 2023 की चैंपियंस ट्रॉफी में शुरुआती मैचों में भी बॉलिंग करके टीम को जीत की तरफ धकेल रहा था।
अब बात करते हैं सबसे चर्चित मुद्दे की – चैंपियंस ट्रॉफी IND vs PAK मैच से पहले बाबर की अनुपस्थिति। पीसीबी ने आधिकारिक कारण बताया कि उन्हें हल्का चोट आया था और वे पूरी तरह फॉर्म में नहीं थे। लेकिन खिलाड़ियों और विशेषज्ञों के बीच अटकलें तेज़ी से उड़ रही थीं। कुछ का कहना था कि टीम सैलरी की वजह से उन्हें रोटेशन में रखा गया, तो कुछ का मानना था कि स्ट्रेटेनर बॉलर्स की कमी को पूरा करने के लिए नई दावाएँ ढूँढी जा रही हैं।
वास्तव में, बाबर का फ़ॉर्म पिछले कुछ महीनों में थोड़ा उतार‑चढ़ाव वाला रहा। उन्होंने अपने स्पीड को 145 किमी/घंटा से नीचे गिरते देखा, जिससे टीम मैनेजमेंट को सावधानी बरतनी पड़ी। इस कारण से उन्हें कुछ मैचों से बाहर रखा गया, ताकि वे पूरी तरह रिहैबिलिटेशन कर सकें।
फैंस के तौर पर कई लोग इस निर्णय से नाराज़ थे, क्योंकि बाबर का बॉलिंग डिप्थ टीम को अक्सर जीत दिलाता है। लेकिन अगर आप आँकड़ों को देखें, तो उनके बिना भी टीम ने कुछ मैच जीत लिए, जो दर्शाता है कि पाकिस्तान में बॉलिंग विकल्प भी मजबूत हैं।
अगर आप बाबर की तुलना किसी भारतीय बॉलर से करें, तो वह तेज़ बॉलिंग में भारतीय 'जसप्रीत बुमराह' के समान है, लेकिन स्पिन में भारतीय टीम को अभी भी भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
भविष्य की ओर देखते हुए, बाबर को पूरी तरह फिट होने में कुछ महीने लग सकते हैं, पर विशेषज्ञ मानते हैं कि जब वह वापस आएंगे, तो उनके तेज़ बॉल्स फिर से इंडियन बैट्समैन को मुश्किल में डाल देंगे।
संक्षेप में, बाबर आज़म का करियर अभी भी उभरते हुए हीरों जैसा है – कभी‑कभी मोड़ पर ठोकर खाता है, पर फिर भी तेज़ी से वापस उछलता है। आप अगर उनके अगले मैच को देखना चाहते हैं, तो पीसीबी की आधिकारिक घोषणा का इंतजार करें और उनके फ़ॉर्म अपडेट को फ़ॉलो करें।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में पाकिस्तान टीम की निराशाजनक प्रदर्शन ने बाबर आज़म की नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अहमद शहजाद ने बाबर आज़म की आलोचना करते हुए उन्हें 'फ्रॉड किंग' कहा और उनके स्ट्राइक रेट और औसत की निंदा की। पाकिस्तान को अब टूर्नामेंट में बने रहने के लिए आयरलैंड को हराना होगा और आयरलैंड को USA को बड़े अंतर से हराना होगा। हालिया फ्लैश फ्लड्स ने मैच की संभावना को भी संदेह में डाल दिया है।
विवरण +पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 4000 रन पूरे कर विराट कोहली के रिकॉर्ड को चुनौती दी है। बाबर ने इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए चौथे टी20 में यह मील का पत्थर हासिल किया। यह उपलब्धि बाबर को विराट के बाद दूसरा बल्लेबाज बनाती है जिसने यह कीर्तिमान रचा है।
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