दिल्ली में शराब से जुड़ी हर बात सरकार के नियमों से तय होती है। चाहे आप बार चलाते हों या घर में दारु खरीदना चाहते हों, नई शराब नीति को समझना जरूरी है। इस लेख में हम सबसे ताज़ा अपडेट, लाइसेंस कैसे लें और कीमतों पर असर को आसान तरीके से बताएँगे।
2024 में दिल्ली सरकार ने शराब के लिए उम्र सीमा 21 साल कर दी, जिससे 18‑20 साल के युवा अब दारु नहीं खरीद पा सकते। लाइसेंस वाले बार और रेस्टोरेंट को 10 बजे सॉ सुबह 12 बजे तक ही खोलने की अनुमति है, और रात भर की बिक्री पर प्रतिबंध है। हर साल 15 अप्रैल (अजमेर दशहरा), 2 अक्टूबर (गाँधी जयंती) और चुनाव अवधि को ड्राई डेज़ घोषित किया जाता है, इन दिनों में कोई भी शराब नहीं बेची जा सकती। अगर आप इन तारीखों पर पार्टी प्लान कर रहे हैं तो alternative beverage रखना समझदारी है।
बार या लिकर शॉप खोलने के लिए लाइसेंस एप्लिकेशन बहुत आसान हो गया है। पहले जिला शराब आयुक्त कार्यालय की वेबसाइट पर Online License Application फॉर्म भरें, पहचान प्रमाण, पता प्रमाण और फोटो अपलोड करें। प्रक्रिया में 30 दिन तक लग सकते हैं, और फीस लगभग ₹15,000 से शुरू होती है। एक बार लाइसेंस मिलने पर आपको हर साल renewal करना होता है, जिसमें 10% एक्साईज़ टैक्स भी शामिल है। इस टैक्स की वजह से अंतिम बिक्री कीमत में 15‑20% तक बढ़ोतरी देखी जा रही है। अगर आप खुदरा खरीदते हैं तो बड़े सुपरमार्केट की तुलना में छोटे दुकानों में थोड़ा महँगा मिल सकता है।
ड्रिंकिंग एंजॉय करने वाले लोग अक्सर होम डिलीवरी के बारे में पूछते हैं। दिल्ली में अब 24 घंटे डिलीवरी की बजाय केवल 9 बजे से 10 बजे रात तक ही सेवा उपलब्ध है, और डिलीवरी पर extra 10% वॉलंटरी चार्ज लगता है। इसलिए जब आप ऑनलाइन ऑर्डर करें तो डिलीवरी टाइम और अतिरिक्त शुल्क का ध्यान रखें।
यदि आप बार या रेस्तरां के मालिक हैं तो अब हर ड्रिंक पर नॉइज़ लेवल मॉनिटर करना अनिवार्य है। शोर सीमा पार होने पर जुर्माना 10,000 रुपये तक हो सकता है, इसलिए साउंड सिस्टम को उचित वॉल्यूम पर रखें। यह नियम खासकर नाईट क्लब्स में कड़ी निगरानी में है।
उपभोक्ता के लिए सबसे बड़ा सवाल अक्सर कीमतों का होता है। दिल्ली में शराब पर 28% एक्साईज़ टैक्स और 18% GST लगते हैं, जिससे बोतल की कीमत में काफी बढ़ोतरी आती है। यदि आप फर्शी कीमत देखना चाहते हैं तो पहले बिल पर टैक्स ब्रेकडाउन चेक करें। अक्सर छोटे दुकानों में ‘प्रॉमोशन’ दिखाते हुए असली टैक्स नहीं दिखाते, इसलिए भरोसेमंद स्टोर चुनें।
कानून तोड़ने वाले शराब विक्रेता अब कड़ी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। बिना लाइसेंस के शराब बेचना, ड्राई डेज़ में बिक्री या कस्टमर को नशे में वाहन चलाने की अनुमति देना सभी के लिए जुर्माना या जेल तक की सजा का कारण बन सकता है। इसलिए जब आप शराब खरीदें, तो लाइसेंस नंबर चेक करना न भूलें।
अगर आप पहली बार लाइसेंस के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो कुछ आसान टिप्स रखें: सभी दस्तावेज़ स्कैन करके रखें, एप्लिकेशन में सही जानकारी भरें, और लाइसेंस सर्टिफ़िकेशन में देरी न होने के लिए फॉलो‑अप कॉल करें। कई बार छोटे-छोटे फॉर्मैट एरर के कारण प्रक्रिया रुक जाती है, इसलिए दोबारा चेक करें।
अंत में, दिल्ली शराब नीति हमेशा बदलती रहती है, इसलिए नियमित रूप से सरकारी नोटिफिकेशन या मिडिया अपडेट देखना फायदेमंद है। सही जानकारी के साथ आप न सिर्फ सटीक कीमत पर खरीदारी कर सकते हैं, बल्कि अनावश्यक जुर्माने से भी बच सकते हैं। अगर आपको कोई सवाल है, तो नीचे टिप्पणी करके पूछें—हम जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।
आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख चेहरा और दिल्ली के पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 1.5 साल की जेल के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया है। दिल्ली शराब नीति केस में आरोपों के तहत गिरफ्तार सिसोदिया की जमानत पर देशभर की निगाहें थीं। कोर्ट ने उनकी जमानत पर कड़े शर्तों के साथ मंजूरी दी है।
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