स्पेन के उभरते टेनिस सितारे, कार्लोस अलकराज़ ने अपने करियर में एक नई ऊंचाई हासिल की है। उन्होंने 2024 फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में जननिक सिन्नर को हराकर फाइनल का टिकट कटाया। 21 साल की उम्र में ही ग्रैंड स्लैम के तीन अलग-अलग सतहों पर फाइनल में पहुंचने वाले वे अब तक के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं।
अलकराज़ का मुकाबला बेहद कठिन रहा, लेकिन उन्होंने अपने असाधारण खेल कौशल से सिन्नर को मात दी। सेमीफाइनल के पहले सेट में 2-6 से पीछे होने के बावजूद, उन्हें हार नहीं मानी। दूसरे सेट में 6-3 से वापसी कर उन्होंने अपने खेल का लोहा मनवाया। तीसरे सेट में फिर से 3-6 से हारने के बाद, चौथे और पांचवें सेट में 6-4 और 6-3 से जीत दर्ज की।
यह जीत दिखाती है कि अलकराज़ न केवल शारीरिक रूप से फिट हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद मजबूत हैं। उन्होंने अपने शानदार ड्रॉप शॉट्स, करलींग लॉब्स और दमदार फोरहैंड्स के बल पर यह जीत हासिल की।
अलकराज़ का सफर आसान नहीं रहा है। उनसे पहले कई दिग्गज खिलाड़ी भी इस मुकाम तक पहुंचने में नाकाम हुए हैं। लेकिन अलकराज़ ने अपने जुनून और मेहनत से यह संभव कर दिखाया है। अमेरिका में 2022 यूएस ओपन की हार्ड कोर्ट और 2023 विंबलडन की घास कोर्ट पर पहले ही जीत दर्ज कर चुके अलकराज़ अब क्ले कोर्ट पर भी अपना दबदबा दिखाने के करीब हैं।
फाइनल में अलकराज़ का सामना जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव या नॉर्वे के कैस्पर रूड में से किसी एक से होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस नए उभरते स्टार का आगे का सफर कैसा रहेगा।
जननिक सिन्नर की बात करें तो उनका प्रदर्शन भी बेहद सराहनीय रहा। 2024 सीजन में ग्रैंड स्लैम कॉम्पिटीशन में उनका 13-0 का रिकॉर्ड था। वे इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब भी जीत चुके हैं, जिससे उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान मिली। सेमीफाइनल में अलकराज़ के खिलाफ जबरदस्त मुकाबला होने के बावजूद वे हार गए, लेकिन उनका खेल प्रिय दर्शकों को प्रभावित करने वाला रहा।
सिन्नर का यह प्रदर्शन उनकी प्रतिभा और कौशल का प्रमाण है। अगले हफ्ते, उन्हें एटीपी रैंकिंग में नंबर 1 स्थान मिलने की उम्मीद है। यह उनकी मेहनत और समर्पण का फ़ल है।
अब फाइनल का इंतजार है, जहां कार्लोस अलकराज़ का सामना किसी भी प्रतिद्वंद्वी से हो, उनका आत्मविश्वास और ऊर्जा निर्णायक साबित हो सकती है। टेनिस जगत में किए गए अपने हर परिश्रम और प्रदर्शन से उन्होंने प्रशंसकों का दिल जीता है।
अलकराज़ के लिए यह फाइनल न केवल उनके करियर का बड़ा माइलस्टोन है, बल्कि स्पेनिश टेनिस के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। उनकी जीत या हार टेनिस के जुनूनी दर्शकों के बीच लंबे समय तक चर्चा का विषय बनेगी।
आइए देखे कि फाइनल में कौन जीतेगा, लेकिन इतना निश्चित है कि कार्लोस अलकराज़ ने अपनी जगह नई पीढ़ी के टेनिस सितारों में मजबूती से बना ली है।
Jitender Rautela
9 06 24 / 04:40 पूर्वाह्नये लड़का तो बस आगे बढ़ रहा है! क्ले पर भी ऐसा खेल दिखाया, भारत के बच्चे भी इसी तरह खेलें तो क्या होगा 😤
abhishek sharma
10 06 24 / 01:31 पूर्वाह्नअरे भाई, ये सब तो बस एक अच्छा सेमीफाइनल था... फाइनल में ज्वेरेव या रूड दोनों में से कोई भी इस लड़के को गेम बदल देगा। ये तो बस एक शानदार रन है, ट्रॉफी नहीं। अलकराज़ के शॉट्स तो बहुत अच्छे हैं, लेकिन जब तक वो दूसरे सेट में फिर से 2-6 से पीछे नहीं हो जाता, तब तक कोई बात नहीं। इस उम्र में ऐसा करना तो बहुत आसान है, लेकिन टॉप 5 में टिके रहना... वो तो दूसरी कहानी है।
Surender Sharma
10 06 24 / 08:04 पूर्वाह्नkya bhai ye alcaraz kaun hai? kya ye india ka player hai? kuch toh samajh nhi a rha... ye sab kya likha hua hai? koi toh explain kardo
Divya Tiwari
11 06 24 / 02:24 पूर्वाह्नहमारे देश में बच्चे टेनिस के बजाय क्रिकेट में फंसे हैं... ये लड़का स्पेन से है और इतना कर गया। हमारे खिलाड़ी तो अभी भी रिकॉर्ड बनाने के बजाय ब्रांड एंडोर्समेंट के लिए ट्रेनिंग करते हैं। ये नहीं कि हमारे बच्चे नहीं हैं, बल्कि हमारी सिस्टम ही खराब है।
shubham rai
12 06 24 / 16:26 अपराह्नmeh... 😒
Nadia Maya
14 06 24 / 04:02 पूर्वाह्नफ्रेंच ओपन का फाइनल अब एक नए युग की शुरुआत है... एक ऐसे खिलाड़ी के साथ जिसका खेल न केवल शारीरिक बल है, बल्कि एक फिलॉसफिकल एक्सप्रेशन ऑफ एनर्जी है। यह एक नए आधुनिकतावादी टेनिस का प्रतीक है। जननिक सिन्नर का रिकॉर्ड तो बहुत शानदार था, लेकिन अलकराज़ की अवधारणा ने उसे एक नए स्तर पर ले जाया।
Nitin Agrawal
15 06 24 / 15:40 अपराह्नalcaraz? yaar ye toh sirf ek naam hai... koi real player hai kya? ye sab toh media ka drama hai
Gaurang Sondagar
16 06 24 / 08:59 पूर्वाह्नहमारे देश में कोई टेनिस खेलता ही नहीं यार इतना बड़ा टूर्नामेंट है और हमारे बच्चे फोन पर गेम खेल रहे हैं
Ron Burgher
18 06 24 / 01:14 पूर्वाह्नये सब खिलाड़ी तो बस अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट्स के लिए खेल रहे हैं। जब तक ये अपनी जेब भर नहीं जाती, तब तक वो कुछ नहीं करते। अलकराज़ की जीत भी बस एक ब्रांडिंग स्ट्रैटेजी है।
kalpana chauhan
18 06 24 / 08:22 पूर्वाह्नवाह! 🌟 ये लड़का तो असली इंस्पिरेशन है! जब भी मैं थक जाती हूँ, तो इस लड़के के लड़ने के तरीके को याद कर लेती हूँ। ये जीत नहीं, एक जीवन दृष्टि है! 💪❤️
Prachi Doshi
19 06 24 / 21:20 अपराह्नअच्छा प्रदर्शन था... उम्मीद है अगले टूर्नामेंट में भी ऐसा ही खेलेंगे
Karan Kacha
21 06 24 / 17:31 अपराह्नअरे भाई! ये जो अलकराज़ ने तीसरे सेट के बाद वापसी की... वो तो देखने के लिए बस एक अद्भुत अनुभव था! मैंने तो घर पर बैठकर चिल्लाना शुरू कर दिया! उसके ड्रॉप शॉट्स तो ऐसे थे जैसे कोई कवि शब्दों के साथ नाच रहा हो! और वो करलींग लॉब्स... अरे भाई, वो तो एक राग था! जब उसने पांचवां सेट 6-3 से जीता, तो मैंने अपनी चाय का कप उछाल दिया! ये खेल नहीं, ये तो एक संगीत है! जब तक ये लड़का खेलता है, तब तक टेनिस की जान है! अगर ये फाइनल जीत गया, तो ये दुनिया का सबसे बड़ा टेनिस अवतार हो जाएगा! ये तो बस एक खिलाड़ी नहीं, ये तो एक भावना है!
vishal singh
23 06 24 / 12:05 अपराह्नइस लड़के की जीत बस एक आंख बंद करके देखी गई खुशी है। असली टेनिस तो वो है जहां आप अपनी जिंदगी के लिए खेलते हैं, न कि बस एक ट्रॉफी के लिए। इसके बाद भी वो बस एक और नाम बन जाएगा।