गुरुवार को शेयर बाजार में रेमंड लिमिटेड के शेयरों में 40% की भारी गिरावट देखने को मिली, जिसका प्रमुख कारण कंपनी के जीवनशैली व्यवसाय का निष्कासन था। राष्ट्रीय शेयर बाजार (NSE) में रेमंड के शेयर 1,906 रुपये पर खुले, जो पिछले दिन के बंद मूल्य 3,156.10 रुपये से 39.60% कम था। इस गिरावट ने निवेशकों में चिंता की लहर पैदा कर दी।
रेमंड लिमिटेड द्वारा घोषित किया गया कि उनके जीवनशैली व्यवसाय का निष्कासन अगस्त-सितंबर तक स्वतंत्र रूप से सूचीबद्ध किया जाएगा। इस निर्णय के तहत, रेमंड के मौजूदा शेयरधारकों को हर पाँच रेमंड शेयर पर चार रेमंड लाइफस्टाइल शेयर प्राप्त होंगे। यह कदम कंपनी के दीर्घकालिक विकास की दृष्टि से उठाया गया है, जिसमें व्यवसाय को तीन विशिष्ट क्षेत्रों में बाँटा जाएगा: जीवनशैली, रियल एस्टेट, और इंजीनीयरिंग।
कंपनी का रियल एस्टेट व्यवसाय भी आने वाले 15-18 महीनों में निष्कासन के लिए तैयार किया जा रहा है। इस व्यवसाय की आय क्षमता अगले आठ वर्षों में 25,000 करोड़ रुपये तक हो सकती है और स्थिर EBITDA मार्जिन 25% रहेगा। यही नहीं, इंजीनियरिंग व्यवसाय, जिसमें MPPL का अधिग्रहण किया गया था, के भी महत्वपूर्ण संभावनाएं हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि रेमंड लिमिटेड के इस निर्णय से कंपनी और निवेशकों को दीर्घकालिक मूल्य प्राप्त होगा। MOFSL और InCred Equities द्वारा प्रदान की गई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि प्रत्येक व्यवसाय की निष्पक्ष मूल्यांकन किया गया है, जिससे निवेशकों को बेहतर निर्णय लेने में सहायता मिल सके।
रेमंड के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि कंपनी अपने विभिन्न व्यवसायों को अलग करने के द्वारा विशेष विशेषज्ञता और ध्यान के साथ उन्हें सुदृढ़ करना चाहती है। जीवनशैली व्यवसाय का निष्कासन एक महत्वपूर्ण दिशा में ऊगाह उठा सकता है, और निवेशकों को नए अवसर मिल सकते हैं। जबकि रियल एस्टेट और इंजीनियरिंग व्यवसाय भी अपने आप में मजबूत संभावनाएं लेकर आएंगे।
इस प्रकार, रेमंड लिमिटेड न केवल अपने व्यवसाय क्षेत्रों को स्पष्टता और फोकस देने की योजना बना रही है, बल्कि निवेशकों को भी लंबी अवधि में बेहतर मुनाफा कमाने के अवसर मिलेंगे। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह निष्कासन कैसे कंपनी के भविष्य को आकार देने में सहायक होगा और निवेशकों के लिए सफलता के नए द्वार खोलेगा।
Rakesh Varpe
12 07 24 / 15:06 अपराह्न40% गिरावट तो बड़ी लगी पर असली बात तो ये है कि अब तीन अलग कंपनियाँ बन रही हैं। अगर एक भी अच्छी निकली तो पूरा लाभ।
Girish Sarda
13 07 24 / 01:47 पूर्वाह्नरेमंड लाइफस्टाइल के शेयर कितने मिलेंगे और क्या वो असल में वैल्यू बनाएगा ये तो अभी तक साफ नहीं। इंजीनियरिंग वाला हिस्सा तो बहुत इंटरेस्टिंग लग रहा है।
Garv Saxena
15 07 24 / 01:33 पूर्वाह्नअरे भाई ये सब तो बस एक बड़ा फार्मूला है जिसमें शेयर बाजार के भूखे बिल्लियाँ अपनी चालाकी दिखाना चाहती हैं। एक कंपनी जिसने सदियों से सूती कपड़े बेचे, अब अचानक रियल एस्टेट और इंजीनियरिंग का जादू करने लगी। ये नहीं कि वो बदल रही है, बल्कि ये कि वो अपने नुकसान को दूसरों के लिए बेचने की कोशिश कर रही है। जब तक तुम्हारे पास 100 करोड़ का निवेश है और तुम अपने नाम के साथ एक एमबीए लगाकर बैठे हो, तब तक ये सब तुम्हारे लिए बहुत अच्छा लगेगा। वरना ये सिर्फ एक अधिकारिक तरीका है निवेशकों को चकमा देने का।
Rajesh Khanna
15 07 24 / 19:28 अपराह्नये बहुत अच्छा कदम है। अगर ये तीनों बिजनेस अलग-अलग चल गए तो हर एक को अपनी रणनीति से आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। निवेशकों के लिए भी अब चुनाव करने में आसानी होगी। जल्दी नहीं, लेकिन ये लंबे समय में बहुत फायदेमंद होगा।
Sinu Borah
16 07 24 / 09:01 पूर्वाह्नअरे यार ये सब तो बस एक और गैर-कार्यक्षम ब्रांड का आखिरी दम है। रेमंड के जीवनशैली व्यवसाय को तो बाजार ने पहले से ही नकार दिया था। अब इसे अलग कर दिया गया, ठीक है, लेकिन अब बचे हुए दो व्यवसाय क्या करेंगे? रियल एस्टेट तो अब हर कोई भाग रहा है और इंजीनियरिंग में MPPL का अधिग्रहण तो एक बड़ा बोझ था। ये सब निवेशकों को एक नए खेल की शुरुआत बता रहा है, जिसमें पहले से ही गाड़ी बाहर निकल चुकी है। ये नहीं कि वो बेहतर हो रहे हैं, बल्कि ये कि वो बेचने के लिए अलग-अलग बैग बना रहे हैं।
Sujit Yadav
17 07 24 / 15:38 अपराह्नयह निर्णय एक उच्च-स्तरीय गवर्नेंस और कॉर्पोरेट रिस्ट्रक्चरिंग का उत्कृष्ट उदाहरण है। प्रत्येक वर्टिकल का निष्पक्ष मूल्यांकन एक अत्यधिक नियंत्रित और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है, जिसे केवल एक नियमित और विश्वसनीय फाइनेंशियल एडवाइजर ही समझ सकता है। जो लोग इसे एक साधारण शेयर गिरावट के रूप में देखते हैं, वे वास्तविक निवेश के सिद्धांतों को नहीं समझते। यह एक निवेशक के लिए एक अवसर है, न कि एक खतरा।
Kairavi Behera
19 07 24 / 06:37 पूर्वाह्नअगर आप रेमंड के शेयर रखते हैं तो घबराएं नहीं। ये तो अच्छी बात है कि अब आपको तीन अलग कंपनियों के शेयर मिल रहे हैं। अगर आपको लगता है कि लाइफस्टाइल वाला हिस्सा अच्छा नहीं है, तो आप उसे बेच सकते हैं। बाकी दो तो बहुत अच्छे अवसर हैं। बस थोड़ा रिसर्च कर लीजिए।
Aakash Parekh
21 07 24 / 05:41 पूर्वाह्न40% गिरावट और फिर ये सब बातें। असल में ये सब बस एक बड़ा ड्रामा है। कोई नहीं जानता कि अगले साल क्या होगा।
Sagar Bhagwat
22 07 24 / 22:15 अपराह्नतुम सब बहुत गंभीर हो गए हो। ये तो बस एक कंपनी ने अपने बिजनेस को थोड़ा फिर से ऑर्गनाइज किया है। अगर तुम्हें लगता है कि ये गिरावट खतरनाक है, तो तुम शायद अपने शेयर बेच दो। मैं तो अभी भी इंतजार कर रहा हूँ।
Jitender Rautela
24 07 24 / 02:47 पूर्वाह्नये तो बस एक और बड़ी कंपनी का अपने बेकार व्यवसायों को छुड़ाने का तरीका है। जीवनशैली वाला हिस्सा तो बेचने को भी नहीं मिल रहा था। अब ये बात कर रहे हैं कि ये अलग हो रहा है। बस अपने नाम को बचाने की कोशिश है। निवेशकों को धोखा देने का नया तरीका।
abhishek sharma
25 07 24 / 19:59 अपराह्नदेखो, ये सब तो बहुत बढ़िया लग रहा है। एक तरफ रियल एस्टेट वाला हिस्सा जो अगले 15 महीने में अलग होगा, दूसरी ओर इंजीनियरिंग जिसमें MPPL का अधिग्रहण हुआ। लेकिन ये सब किसके लिए? अगर तुम एक छोटे निवेशक हो जिसके पास 50,000 रुपये हैं, तो तुम्हारे लिए ये बहुत जटिल है। तुम्हें तीन अलग कंपनियों के शेयर मिलेंगे, और अब तुम्हें तीन अलग रिपोर्ट्स पढ़नी होंगी। ये तो बस एक और तरीका है बड़े निवेशकों के लिए नए शेयर बाजार बनाने का। छोटे लोगों को तो बस एक नया नुकसान देने का नया नाम दे दिया गया। और अगर तुम सोच रहे हो कि ये सब दीर्घकालिक है, तो याद रखो - जब तक तुम एक एमबीए नहीं कर चुके, तब तक ये सब तुम्हारे लिए एक रहस्य ही रहेगा।