100 T20I विकेट – क्यों है ये माइलस्टोन खास?

जब कोई बॉलर T20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट ले लेता है, तो समझो कि उसने बहुत मेहनत की है। सिर्फ 20 ओवर की छोटी फॉर्मेट में लगातार विकेट लेना आसान नहीं होता। इसलिए हर बार जब कोई खिलाड़ी इस आंकड़े तक पहुँचता है, तो फैंस के बीच चर्चा शुरू हो जाती है। इस पेज पर हम देखते हैं कौन‑कौन से बॉलर इस क्लब में शामिल हैं, उनका सफर कैसा रहा और आगे क्या संभावनाएँ हैं।

कौन‑से बॉलर ने 100 विकेट तक पहुँचाया?

अब तक 100 विकेट वाले बॉलरों की लिस्ट में भारतीय, अफगान, और कई अन्य देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। भारत से जसप्रीत बुम्राह ने इस माइलस्टोन को जल्दी हासिल किया, क्योंकि वह टी20 में लगातार स्लो क्विक बॉल फेंकता है और शुरुआती ओवर में ही बल्लेबाज़ को परेशान कर देता है। फिर हसन अल नासिर (बांग्लादेश) और गिलाज़ी डिगार (अफगानिस्तान) भी इस क्लब में हैं। इनके अलावा श्रीलंका के स्पिनर और पाकिस्तान के फास्ट बॉलर भी 100‑विकेट मार चुके हैं। हर खिलाड़ी की कहानी अलग है – कुछ ने युवा उम्र में ही यह माइलस्टोन छुआ, तो कुछ को देर से मिली, पर सभी ने लगातार परफॉर्मेंस दिखाया।

100 विकेट का महत्व और आगे की योजना

100 विकेट सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि बॉलर की विश्वसनीयता का प्रतीक है। टीम मैनेजर्स अक्सर इस आंकड़े को देखकर खिलाड़ी को टॉप‑ऑर्डर में रखते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि वह दबाव में अच्छा काम करता है। इसके अलावा, इस माइलस्टोन को हासिल करने वाले बॉलर अक्सर IPL या अन्य लीग में हाई बिड पाते हैं, जिससे उनकी कमाई भी बढ़ती है। अब सवाल ये है कि आगे कौन‑से बॉलर 150 या 200 विकेट की ओर बढ़ेंगे? अभी कई युवा बॉलर हैं जो तेज़ी से 50‑70 विकेट तक पहुँच रहे हैं, जैसे कि मुहिद ताज (इंडिया) और अरिफ़ हनन (अफ़गानिस्तान)। अगर उन्हें लगातार मैच मिले, तो वे जल्दी ही 100‑विकेट क्लब से बाहर निकल सकते हैं.

फैंस के लिए कुछ टिप्स भी हैं अगर आप किसी बॉलर के अगले चरण को फॉलो करना चाहते हैं। सबसे पहले, उसकी औसत इकोनॉमी रेट (एरनिंग्स पर ओवर) देखिए – अगर वो 6.5 से नीचे रहता है, तो जीत की सम्भावना ज़्यादा होती है। दूसरा, उसकी स्पीड या स्पिन दोनों को देखिए – बहु‑परिप्रेक्ष्य बॉलर अक्सर विकेट लेते हैं। अंत में, मैच की सिचुएशन देखें – अगर टीम को जल्दी विकेट चाहिए, तो बॉलर को ज़्यादा मौका मिलता है।

समाप्ति में, 100 T20I विकेट एक बड़ा माइलस्टोन है और इसे हासिल करने वाले खिलाड़ी हमेशा याद रखे जाते हैं। चाहे आप एक खिलाड़ी हों, कोच हों या फैन, इस आंकड़े के पीछे की कहानी को समझना आपके क्रिकेट ज्ञान को और मजबूत बनाता है। अगले बड़े बॉलर को देखना और उनका सफर फॉलो करना न भूलें – शायद अगला सुपरस्टार आपके आसपास ही हो!

अर्शदीप सिंह ने रचा इतिहास: T20I में 100 विकेट वाले पहले भारतीय, अबू धाबी में हुआ कमाल

अबू धाबी में ओमान के खिलाफ एशिया कप मैच में अर्शदीप सिंह ने T20I में 100 विकेट पूरे कर इतिहास रच दिया। वे यह आंकड़ा छूने वाले पहले भारतीय बने और सिर्फ 64 मैचों में वहां पहुंचे—दुनिया के चौथे सबसे तेज और तेज गेंदबाजों में सबसे तेज। उनका औसत 18.49 और स्ट्राइक रेट 13.34 है। उसी मैच में हार्दिक पंड्या ने भी 96 विकेट पूरे कर युजवेंद्र चहल की बराबरी की।

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