भारत-बांग्लादेश संबंध: क्या चल रहा है?

भारत और बांग्लादेश की दोस्ती 1971 के बाद से बहुत बदल गई है। पहले सीमा और पानी के मुद्दे जिनमें अक्सर बहस होती थी, अब व्यापार और सुरक्षा में गहरी साझेदारी बन रही है। आप भी पूछेंगे, इतना बदलाव कैसे आया?

इतिहास और मुख्य मोड़

साथियों, दोनो देशों के बीच सबसे बड़ा मोड़ 1971 का युद्ध था, जिसके बाद बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश बना। फिर 1972 में जल समझौता हुआ, लेकिन पानी के बाँटना हमेशा कठिन रहा। 1996 में पहला व्यापार समझौता हुआ, जिससे दोनों के बीच निर्यात‑आयात बढ़ा। आज भारत बांग्लादेश का सबसे बड़ा व्यापार साथी है, साल‑भर करीब 10 ब-ilियन डॉलर की माल‑बदली होती है।

आज के प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग

1. व्यापार और निवेश – भारत से बांग्लादेश को टहनियों, सॉफ़्टवेयर, और फार्मास्युटिकल्स का निर्यात टॉप पर है। बांग्लादेश भी भारत को कपड़े, जूट और ज्वेलरी भेजता है।

2. जल और ऊर्जा – गंगा‑बंगाल जल समझौता 1996 के बाद दोनो पक्षों को फायदा पहुंचा रहा है। दोनों देशों ने गंगा जल के साझा उपयोग को लेकर नई योजना बनायी है, जिससे बांग्लादेश की जल‑कमी घटेगी।

3. सुरक्षा और सीमा नियंत्रण – आतंकवाद, मानवीय आपदा, और अवैध प्रवासन को रोकने के लिए संयुक्त प्रशिक्षन और सूचना‑साझेदारी बढ़ रही है। कश्मीर‑पश्चिम बंगाल की सीमा पर नई इलेक्ट्रॉनिक सेंसर लगाई गई हैं।

4. संस्कृति और शिक्षा – छात्रवृत्ति, भाषा‑कोर्स, और सांस्कृतिक समारोहों से लोगों के बीच समझ बढ़ी है। हर साल ‘बांग्ला-हिंदी भाषा मेला’ दोनों देशों में आयोजित होता है।

5. पर्यटन – हल्की वीज़ा प्रक्रिया और एयरलाइन कनेक्शन ने यात्रा को आसान बनाया है। कालीबोर्ड, सन्दरबन, और कोलकाता‑डाका ट्रेन लाइन के लिए अभी योजना बन रही है।

इन सबके बावजूद कुछ मुद्दे अभी भी हल नहीं हुए। जल विवाद, विशेषकर तालाब‑निर्माण, कभी‑कभी तणाव पैदा करता है। सीमा पर बिखरी हुई बुनियादी सुविधाएँ और अवैध प्रवासन भी लगातार चर्चा का विषय हैं।

अब सवाल यह है कि इस रिश्ते को और मजबूत कैसे बनायें? विशेषज्ञ कहते हैं कि दोनो देशों को ‘लॉजिस्टिक‑हब’ बनना चाहिए, जिससे भारत की उद्योग‑केंद्रित उत्पादन बांग्लादेश के रीय‑मार्केट में आसानी से पहुँच सके। साथ ही, जल‑न्याय के लिए एक संयुक्त जल‑नियामक बोर्ड बनाना चाहिए, जिससे विवाद के समय जल्दी समाधान हो सके।

यदि आप भारत‑बांग्लादेश संबंधों में नई जानकारी चाहते हैं, तो इस पेज पर आने वाले समाचार और विश्लेषणों को देखें। यहाँ आप ताज़ा व्यापार आंकड़े, सरकारी समझौते, और सुरक्षा‑सहयोग की अपडेट्स पा सकते हैं। रोज़‑रोज़ बदलते इस रिश्ते को समझना अब इतना मुश्किल नहीं, बस एक क्लिक दूर है।

भारत ने बांग्लादेशियों के लिए ई-मेडिकल वीज़ा सुविधा की शुरुआत की: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेशी नागरिकों के लिए मेडिकल उपचार हेतु भारत में ई-मेडिकल वीज़ा की सुविधा का उद्घाटन किया। यह घोषणा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई। इस पहल का उद्देश्य बांग्लादेशियों के लिए महत्वपूर्ण चिकित्सा सेवाओं को सुगम बनाना है।

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