अगर आप कभी सोचा है कि भारत की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसके पास है, तो जवाब है भारतीय सेना। यह केवल हथियारों की ताकत नहीं, बल्कि देश की आत्मविश्वास और एकजुटता की पहचान है। सबसे पहले समझें कि सेना का मुख्य काम सीमा की रक्षा, आपातकालीन मदद और राष्ट्र को गर्वित करना है।
भारतीय सेना का जड़ें 1757 के प्लासी की लड़ाई से मिलती हैं, जब पहली बार भारतीय सैनिकों ने ब्रिटिश के खिलाफ हथियार उठाए। 1947 में आजादी के बाद इसे स्वतंत्र भारत की आधिकारिक सैन्य शक्ति बनाया गया। तब से कई युद्धों में, जैसे 1947‑48, 1965, 1971 और कश्मीर संघर्ष में, इसने बहादुरी दिखायी है। इन युद्धों में एकत्रित अनुभव ने सेना को आधुनिक बनाते हुए तकनीक और रणनीति में भी आगे बढ़ाया।
आप अगर सेना में जुड़ना चाहते हैं, तो दो मुख्य रास्ते हैं – एंट्री लेवल (जैसे NDA, CDSE) और ओपन रीक्रूटमेंट (जैसे सशस्त्र पुलिस, आर्टिलरी)। हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC, SSC या भारतीय सेना के खुद के टेस्ट देते हैं। चयन में लिखित परीक्षा, शारीरिक टेस्ट और इंटरव्यू शामिल होते हैं। पूरी तैयारी के लिए नियमित व्यायाम, शारीरिक फिटनेस और भू‑गणित, अंग्रेजी आदि में मजबूत बेस बनाना जरूरी है।
एक बार चयन हो जाने पर, आप विभिन्न शाखाओं में जा सकते हैं – इन्फैंट्री, आर्टिलरी, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एयरोस्पेस आदि। प्रत्येक शाखा में अलग‑अलग कौशल की ज़रूरत होती है, इसलिए अपनी रूचि और क्षमता के अनुसार फैसला करना बेहतर रहेगा। शुरुआती सॉलिटेयर शारीरिक ट्रेनिंग के बाद, आप कोर्स के दौरान तकनीकी ज्ञान भी सिखाया जाएगा।
सेना में सेवा करने के फायदे सिर्फ वेतन तक सीमित नहीं होते। सरकारी पेंशन, घर, स्वास्थ्य सुविधाएँ, विदेश में प्रशिक्षण और सामाजिक सम्मान सभी बड़े लाभ हैं। साथ ही, सेना का अनुभव व्यक्तिगत विकास में भी मददगार होता है – नेतृत्व, टीमवर्क और संकट प्रबंधन जैसी क्षमताएँ मिलती हैं।
अगर आप अभी भी सोचते हैं कि किस प्रकार की तैयारी करनी चाहिए, तो नीचे कुछ आसान टिप्स हैं: रोज़ सुबह दौड़ या जॉगिंग करें, बेसिक फिजिकल टेस्ट (पुश‑अप, सिट‑अप, रन) को नियमित रूप से प्रैक्टिस करें, सामान्य अध्ययन को पढ़ें और नोट्स बनायें, और पिछले साल के पेपर हल करके पैटर्न समझें।
समय-समय पर भारतीय सेना के अपडेट सोशल मीडिया और राष्ट्रीय समाचारों में आते रहते हैं। आप चाहे जवान बनना चाहें या सिर्फ सेना की खबरें फॉलो करना, यह टैग पेज आपको सभी नई जानकारी देगा। यहाँ आप नई नौकरी के विज्ञापन, ताज़ा संचालन रिपोर्ट और सफलताओं की कहानियाँ पा सकते हैं।
अंत में, याद रखें कि भारतीय सेना केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि देश के प्रति सेवा का अभौतिक बंधन है। अगर आप देशभक्त हैं और चुनौतियों का सामना करने में झिझक नहीं रखते, तो इस पेशे को एक अवसर की तरह देखें। सही तैयारी, दृढ़ निश्चय और समय पर आवेदन आपके सपनों को साकार कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 की दिवाली को कच्छ, गुजरात में भारत-पाक सीमा के निकट सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सेना और अन्य सशस्त्र बलों के कर्मियों के साथ मनाया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने भारत की सीमाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि देश अपनी भूमि का एक इंच भी समझौता नहीं करेगा। उनके इस दौरे ने कच्छ क्षेत्र की रणनीतिक महत्व को रेखांकित किया और भारत सरकार की सीमाओं की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया।
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