आपने शायद टीवी या सोशल मीडिया पर हिज़बुल्लाह का नाम सुना होगा, पर असल में यह क्या है, कैसे बना और आज कौन‑से मुद्दों पर सक्रिय है, ये सब समझना जरूरी है। इस टैग पेज पर हम हिज़बुल्लाह के बारे में बुनियादी जानकारी, इतिहास और वर्तमान में चल रही खबरों को सरल भाषा में बताएंगे।
हिज़बुल्लाह, जिसका मतलब है "इबादत का दल", 1980 के दशक में लेबनान में उभरा। इसका जन्म उस समय के सामाजिक व आर्थिक असमानताओं और इज़राइल‑लेबनान संघर्ष के जवाब में हुआ। समूह मुख्यतः शिया मुसलमानों द्वारा बना और इसका लक्ष्य लेबनान में शिया समुदाय की सुरक्षा व अधिकारों को बढ़ावा देना रहा।
समूह ने खुद को एक राजनीतिक दल और साथ ही एक सैन्य शक्ति दोनों के रूप में स्थापित किया। इसकी राजनीतिक शाखा लिबरल और सामाजिक मुद्दों पर काम करती है, जबकि सशस्त्र शाखा को अक्सर लेबनान की सेना और इज़राइल के खिलाफ लड़ाई में देखा जाता है। इस दोहरी भूमिका ने उसे स्थानीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद का केंद्र बना दिया।
आज हिज़बुल्लाह सिर्फ लेबनान तक सीमित नहीं रहा। इसने सीरिया, इज़राइल और कभी‑कभी भारत में भी अपनी आवाज़ बुलंद की है। हाल ही में, हिज़बुल्लाह ने मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच कई बयान जारी किए। इन बयानों में अक्सर इज़राइल के प्रति कड़ी आलोचना और शिया मुसलमानों के हक़ की वकालत शामिल रहती है।
भारत में भी हिज़बुल्लाह की प्रतिक्रियाएँ कभी‑कभी समाचार बनती हैं, खासकर जब इसमें पाकिस्तान‑भारत संबंधों या कश्मीर मुद्दे का उल्लेख होता है। कई बार दलीलों में यह समूह सामाजिक एकजुटता, आर्थिक सहयोग और धार्मिक आज़ादी को लेकर अपनी राय रखता है।
आपकी रुचि के हिसाब से, इस टैग पेज पर हम हर हफ़्ते हिज़बुल्लाह से जुड़ी नई ख़बरें जोड़ते हैं। चाहे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुआ कोई बड़ा बयान हो या लेबनान में स्थानीय चुनाव की खबर, यहाँ सब कुछ जल्दी और समझदारी से मिलेगा।
अगर आप हिज़बुल्लाह के बारे में गहराई से जानना चाहते हैं, तो इस पेज के नीचे दिखाए गए लेखों को पढ़ें। हर लेख में हम मुख्य तथ्यों को छोटा‑छोटा करके बताते हैं, ताकि आप बिना किसी जटिल शब्दों के पूरी तस्वीर समझ सकें।
समाप्ति में, याद रखें कि हिज़बुल्लाह एक जटिल समूह है—धार्मिक, राजनीतिक और सैन्य पहलुओं को मिलाकर। इसे समझना आसान नहीं, पर सही जानकारी के साथ आप इस विषय पर खुद की राय बना सकते हैं। हमारे पेज पर लगातार अपडेट आते रहते हैं, इसलिए बार‑बार देखें और नवीनतम समाचारों से अपडेट रहें।
ईरान ने इसराइल पर मिसाइल हमला करते हुए इसे 'वैध, तर्कसंगत और जायज' बताया। हमला इसराइल की कार्यवाहियों के जवाब में किया गया है, जिसमें हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और हमास के नेता इस्माइल हनियेह की हत्या शामिल है। इस हमले की अनुमति ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने दी थी।
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