जसप्रीत बुमराह: तेज़ बॉलिंग का धुरंधर

जसप्रीत बुमराह का नाम सुनते ही क्रिकेट फैंस के दिमाग में तेज़ यॉर्कर और गोल्डन ओवर आते हैं। 2025 में भी उनका फ़ॉर्म शानदार रहा, चाहे वह IPL की तेज़ पिच हो या अंतरराष्ट्रीय मैच। अगर आप बुमराह की नई ख़बरें, उनके खेल के खास पहलू, या आगामी मैचों की भविष्यवाणी चाहते हैं, तो यह पेज आपके लिए है।

बुमराह की हालिया परफ़ॉर्मेंस

IPL 2025 में बुमराह ने अपने सॉलिड कंट्रोल से कई मेचों में मुट्ठी भर रन बचाए। लखनऊ सुपर जायंट्स में उनका डेड ओवर पर शोषण सबसे ज़्यादा सराहा गया। जबकि निकोलस पूरन ने 24 रन का ओवर बनाया, बुमराह की सटीक Yorkers ने विपक्षी टीम को रोक दिया। उनका औसत अभी 6.5 से कम है, जो इस साल की सबसे अच्छी बॉलिंग आंकड़ों में गिनता है।

बुमरा के खेल के ख़ास पहलू

बुमराह का सबसे बड़ा हथियार उसकी फाइनल ओवर में रफ़्तार है। वह बॉल को कम स्पीड पर रखकर भी बिंदी पर लगाता है, जिससे बेट्समैन को रिएक्शन टाइम नहीं मिल पाता। साथ ही, उनका स्लोअर बॉल कमर तक झुका कर गिरता है, जिससे बॉल को नहीं पकड़ पाते। ये दोनों ट्रिक उन्हें डेथ ओवर का किंग बनाते हैं।

अगर आप बुमराह की ताक़त को समझना चाहते हैं, तो सबसे पहले उनके यॉर्कर को देखिए। वे अक्सर 0.6 सेकेंड में बॉल को टॉप ऑफ़ यॉर्कर फेन्स तक पहुँचाते हैं। यही कारण है कि क्रिकेट लीडरबोर्ड पर उनका नाम हमेशा हाई रैंक पर रहता है।

बुमराह की फिटनेस भी एक बड़ी बात है। उन्होंने अपने रूटीन में हाई‑इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग को शामिल किया है, जिससे उनकी एन्डुरेंस में सुधार आया। इससे उन्हें लम्बे ओवरों में भी अपनी गति और नियंत्रण बनाए रखने में मदद मिलती है।

फैंस अक्सर पूछते हैं, "क्या बुमराह अगले टेस्ट सीरीज में भी इतना इम्पैक्ट देगा?" जवाब है हाँ, अगर वह अपनी आहार और ट्रेनिंग रूटीन को बनाए रखे तो वह हर फॉर्मेट में चमक सकता है। उनके कोच ने कहा है कि बुमराह अब सिर्फ डेड ओवर नहीं, बल्कि मिड‑ओवर में भी बॉलिंग कर सकता है।

अंत में, अगर आप बुमराह को फॉलो करना चाहते हैं, तो उनके सोशल मीडिया अपडेट्स और मैच रिपोर्ट्स पर नजर रखें। हर नई परफ़ॉर्मेंस के साथ वह अपनी रैंकिंग को और ऊँचा ले जाने की कोशिश में रहता है। तो तैयार हो जाइए, क्योंकि बुमराह का अगला ओवर हमेशा रोमांचक होगा।

जसप्रीत बुमराह का मानना: गेंदबाज़ होते हैं ज़्यादा स्मार्ट और असरदार नेता, कप्तानी की मांग को बताया 'पे ग्रेड' से परे

भारतीय क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में नेतृत्व और क्रिकेट में गेंदबाज़ों की भूमिका पर अपने विचार साझा किए। बुमराह का मानना है कि गेंदबाज़ स्मार्ट और सक्षम व्यक्ति होते हैं, जो उन्हें प्रभावी नेता बनाता है। उन्होंने यह भी कहा कि कप्तानी मांगना उनके 'पे ग्रेड' से परे है, लेकिन उनका विश्वास है कि गेंदबाज़ नेतृत्व के लिए उपयुक्त होते हैं।

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