अगर आप शेयर बाजार में हैं तो निफ्टी का हर हल्का-भारी बदलाव आपका ध्यान खींचता है। आज के निफ्टी अपडेट में हम बताएंगे कि क्लोज़िंग पर किन कारणों ने असर डाला, कौन‑से सेक्टर आगे बढ़े और किसे देखना चाहिए। छोटे निवेशकों से लेकर बड़े ट्रेडर्स तक, सबको एक ही जगह पर सही जानकारी मिलेगी।
आज निफ्टी 24,631 पर बंद हुआ, मतलब पिछले सत्र से थोड़ी स्थिरता बनी रही। इस हल्की बढ़त के पीछे दो बड़े कारक थे – अमेरिका‑रूस वार्ता की अफवाहें और घरेलू अर्थव्यवस्था में कुछ सकारात्मक संकेत। विदेशी निवेशकों ने खबरों को लेकर थोड़ा पीछे हटते हुए भी बड़े बैंकों के शेयरों में विश्वास दिखाया, जबकि तेल की कीमतों में हल्की गिरावट से कुछ एंर्जी कंपनियों के शेयरों में दबाव आया।
सेंसैक्स ने 57.75 अंक बढ़ा, लेकिन निफ्टी की गति ज्यादा नहीं थी। एंटी‑कोरुप्शन रिसर्च और RBI की मौजूदा नीति पर बाजार ने सतर्कता बरती। अगर आप निफ्टी के प्रदर्शन को समझना चाहते हैं तो ऐसे मैक्रो‑इवेंट्स को ट्रैक करना ज़रूरी है – वो छोटे-छोटे बदलावों को बड़ा बना देते हैं।
अब सवाल ये है कि अगले कुछ दिन में निफ्टी क्या कर सकता है। कई एनालिस्ट कहते हैं कि अगर अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक माहौल स्थिर रहेगा तो बैंकिंग और आईटी सेक्टर में और उछाल देख सकते हैं। इसलिए इन सेक्टर के बड़े‑कैप स्टॉक्स पर नज़र रखें।
दूसरी तरफ, अगर तेल की कीमतें फिर से गिरें या विदेशी निवेश में बदलाव आए तो निफ्टी में हल्की गिरावट हो सकती है। ऐसे में अगर आप रिटेल इन्वेस्टर हैं तो डाइवर्सिफ़िकेशन ही बचाव होगा – म्यूचुअल फंड या ETFs में पैसा लगाना समझदारी होगी।
लाइफ़स्टाइल के हिसाब से देखें तो निफ्टी का अपना एक रेज़िस्टेंस लेवल 24,800 के आसपास है। अगर वह पार हो जाए तो नई ऊँचाई के दरवाज़े खोलेंगे, पर यदि 24,300 के सपोर्ट पर झूलता रहा तो थोड़ी सावधानी बरतनी पड़ेगी। यह स्तर पिछले कुछ हफ्तों में कई बार टेस्ट हुए हैं, तो इसे ध्यान में रखकर अपने पोर्टफ़ोलियो को बैलेंस करें।
आखिर में, निफ्टी को समझने के लिए सिर्फ क्लोज़िंग पर ही नहीं, बल्कि ट्रेडिंग वॉल्यूम, फ्यूचर्स पोजीशन और इंडस्ट्री‑वाइड समाचारों पर भी नज़र रखें। रोज़ाना 10‑15 मिनट इस डेटा को स्कैन करने से आपको बाजार की दिशा का सही अंदाज़ा लग सकता है।
तो आज की निफ्टी अपडेट के साथ, बाजार की धड़कन को महसूस करें और अपने निवेश की योजना को फिर से जाँचें। याद रखें, सूचित रहना ही सबसे बड़ी पूंजी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 के बजट प्रस्तुति के दौरान शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में भारी वृद्धि की घोषणा की। इससे बाजार ने नकारात्मक प्रतिक्रिया जताई और सेंसेक्स और निफ्टी में 1% से अधिक की गिरावट आई।
विवरण +सोमवार, 24 जून 2024 को भारतीय शेयर बाजार नकारात्मक क्षेत्र में खुलने की संभावना है, जिससे वैश्विक शेयरों में गिरावट का असर दिख रहा है। बाजार की स्थिति पर实时 अद्यतन और विशेषज्ञों की राय के साथ यह लेख आपको निवेश और व्यापार निर्णय लेने में मदद करेगा।
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