स्वास्थ्य संघर्ष: रोगों से लड़ने के आसान तरीके

हम सब चाहते हैं कि शरीर हमेशा तंदुरुस्त रहे, लेकिन काम, परिवार और नई-पुरानी जिम्मेदारियों के बीच अक्सर स्वास्थ्य का ध्यान पीछे छूट जाता है। अगर आप भी अपने स्वास्थ्य को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, तो इस लेख में छोटे-छोटे कदमों से आप कैसे फिट और रोग‑मुक्त जीवन जी सकते हैं, वो जानेंगे।

भोजन में आसान बदलाव

भोजन वह है जहाँ से स्वास्थ्य की बुनियाद रखी जाती है। कम समय में बड़े बदलाव करने की ज़रूरत नहीं, बस कुछ छोटे‑छोटे नियम अपनाएँ:

  • हर रोज़ पांच सेक्शन फल‑सब्ज़ी खाएँ। एक प्लेट में आधा हिस्सा सब्ज़ी, आधा फल रखें।
  • चाइनीज़, फास्ट‑फ़ूड या बहुत मसालेदार खाने को हफ़्ते में दो बार तक सीमित रखें।
  • चीनी की जगह शहद या घरेलू गुड़ इस्तेमाल करें, लेकिन मात्रा घटाएँ।
  • भोजन को छोटे‑छोटे हिस्सों में बाँटें, देर रात ज़्यादा खाने से बचें।

इन छोटे नियमों से आपका ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और वजन पर बड़ा असर पड़ेगा।

व्यायाम: कठोर नहीं, निरंतरता ज़रूरी

जिम के महंगे सदस्यता या कठिन व्यायाम रूटीन की ज़रूरत नहीं। पाँच‑दस मिनट के हल्के एक्सरसाइज़ से ही शरीर सक्रिय रहता है।

  • सुबह उठते ही पाँच मिनट की स्ट्रेचिंग—ब्रीदिंग, हाथ‑पैरों की हल्की फाइटें—दिमाग़ को ताजा कर देती है।
  • काम के बीच में 2‑3 मिनट के ब्रेक में टहलें या कुछ स्क्वैट‑जंप करें।
  • रात को सोने से पहले हल्का योगा या प्राणायाम करें, इससे नींद गहरी आती है।

अगर आप रोज़ 30 मिनट चलना या साइकिल चलाना शुरू कर दें, तो हृदय‑संबंधी रोगों की संभावना काफी कम हो जाएगी।

तनाव को संभालना—मन की शांति, शरीर की शक्ति

तनाव जब बढ़ता है, तो शरीर में हॉर्मोन असंतुलन पैदा होता है, जिससे वजन बढ़ना, नींद न आना या इम्यूनिटी कमजोर होना आम बात बन जाती है। तनाव कम करने के लिये:

  • हर दिन 5‑10 मिनट मेडिटेशन या गहरी साँस‑लेना। मोबाइल बंद करके खुद को अकेला रखें।
  • अपनी पसंदीदा किताब पढ़ें या संगीत सुनें, यह दिमाग़ को रिफ्रेश करता है।
  • हफ्ते में दो‑तीन बार दोस्त‑परिवार के साथ आउटिंग रखें, हँसी सबसे अच्छी दवा है।

छोटा‑छोटा कदम उठाने से बड़ी लहर बन सकती है।

नींद: शरीर का चार्जर

रात में कम से कम 7‑8 घंटे की नींद आवश्यक है। अगर आप देर तक काम या स्क्रीन देखते हैं तो नींद का क्वालिटी घट जाता है। इसे सुधारने के लिये:

  • सोने से एक घँटा पहले स्क्रीन को बंद करें, आंखों को आराम दें।
  • कमरा ठंडा रखें, कपड़े आरामदेह चुनें।
  • एक ही समय पर सोने‑जागने की रूटीन बनाएं, शरीर को पता रहेगा कब आराम करना है।

अच्छी नींद से मेटाबॉलिज़्म बेहतर होता है और रोग‑प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

सिर पर कुछ आखिरी सलाह

स्वास्थ्य संघर्ष कोई एक दिन का काम नहीं, यह लम्बी अवधि का सफ़र है। रोज़ छोटे‑छोटे कदमों से शुरुआत करें, कभी‑कभी खुद को बहुत कड़ा न बनायें। अगर एक दिन नहीं चल पाते, तो अगले दिन फिर से शुरू करें—कंटिन्यूएशन ही जीत है। खुद को पहचानिए, प्रगति को नोट करें और अपनी सफलता को सेलिब्रेट करें। यही है असली स्वास्थ्य‑संघर्ष का राज।

तमिल अभिनेता और यूट्यूब सेंसेशन बिजिली रमेश का निधन: उनकी अंतिम दिनों की भावुक वीडियो ने स्वास्थ्य संघर्ष को उजागर किया

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