तमिल अभिनेता और यूट्यूब सेंसेशन बिजिली रमेश का निधन: उनकी अंतिम दिनों की भावुक वीडियो ने स्वास्थ्य संघर्ष को उजागर किया

तमिल अभिनेता और यूट्यूब सेंसेशन बिजिली रमेश का निधन: उनकी अंतिम दिनों की भावुक वीडियो ने स्वास्थ्य संघर्ष को उजागर किया

तमिल सिनेमा के चमकते सितारे बिजिली रमेश का आकस्मिक निधन

26 अगस्त, 2024 को तमिल अभिनेता और यूट्यूब सेंसेशन बिजिली रमेश का 46 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी मौत का कारण लम्बी बीमारी थी, जो कई महीनों से उन्हें परेशान कर रही थी। रमेश, जिन्हें एक यूट्यूब वीडियो के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली थी, ने अपने जीवन में तमिल सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

बिजिली रमेश की यूट्यूब से स्टारडम की यात्रा

बिजिली रमेश सबसे पहले एक यूट्यूब वीडियो के माध्यम से सार्वजनिक ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे थे, जिसमें उन्होंने सुपरस्टार रजनीकांत के प्रति अपनी प्रतिष्ठा प्रकट की थी। यह वीडियो काफी वायरल हुआ और इसकी वजह से हिपहॉप तमिल अधी ने उन्हें अपनी फिल्म 'नतपे थुनाई' में मौके दिया। इस फिल्म से रमेश की तमिल सिनेमा में यात्रा शुरू हुई और उन्होंने एक के बाद एक कई फिल्मों में काम किया।

उनकी फिल्मोग्राफी में 'ज़ोंबी', 'कोमली', 'वॉचमैन', 'A1', 'अडाई', 'नेन्झामुन्दु नेर्माइउन्दु ओडु राजा', और 'LKG' जैसी फिल्में शामिल हैं। भले ही उनके भूमिका छोटी होती था, लेकिन उन्होंने दर्शकों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ी।

दूसरी ओर, रमेश की निजी जीवन लगातार संघर्षों से भरी हुई थी। शराब की लत ने उनके स्वास्थ्य को गंभीर तरीके से नुकसान पहुँचाया।

स्वास्थ्य संघर्ष और अंतिम दिनों की भावक वीडियो

हाल ही में एक यूट्यूब इंटरव्यू में, रमेश अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बात करते हुए दिखाई दिए थे। उन्होंने खुलासा किया कि शराब उपभोग ने उनके शरीर पर गंभीर प्रभाव डाला था। अंतिम महीनों में उनकी स्थिति तेजी से बिगड़ती गई और उनके परिवार को मेडिकल खर्चों के लिए सहयोग की अपील करनी पड़ी।

रमेश की आखिरी वीडियो, जिसमें वह बेहद कमजोर नजर आ रहे थे, ने सोशल मीडिया पर काफी ध्यान खींचा। इस वीडियो में रमेश भावुक होकर बता रहे थे कि कैसे उनकी शराब की आदत ने उनके जीवन को खराब कर दिया।

तमिल फिल्म उद्योग में शोक की लहर

रमेश के निधन की खबर ने तमिल फिल्म उद्योग में शोक की लहर पैदा कर दी। उनके सहयोगियों, मित्रों, और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएँ प्रकट की। उनके अंतिम संस्कार का कार्यक्रम उनके निवास स्थान MGR नगर में आयोजित किया गया।

बिजिली रमेश की कहानी ने शराब की लत के खतरों के बारे में चर्चा को फिर से जीवंत कर दिया है। उनकी मौत ने इस बात को रेखांकित किया कि कैसे व्यक्तिगत संघर्ष और अस्वास्थ्यकर आदतें एक व्यक्ति के जीवन पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं।

उनकी कहानी से यह उम्मीद की जा सकती है कि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक होंगे और शराब की लत जैसे खतरों से बचने के उपाय करेंगे।

टिप्पणि (6)

  • Rakesh Varpe

    Rakesh Varpe

    29 08 24 / 08:23 पूर्वाह्न

    बिजिली रमेश की याद आती है तो दिल भारी हो जाता है। उनकी हर छोटी भूमिका में जान थी।

  • Girish Sarda

    Girish Sarda

    29 08 24 / 14:25 अपराह्न

    उनका यूट्यूब वीडियो देखकर मैंने सोचा था कि ये लड़का किसी न किसी फिल्म में आ जाएगा। असली कहानी तो उसके बाद की थी।

  • Garv Saxena

    Garv Saxena

    30 08 24 / 15:25 अपराह्न

    अरे भाई, ये सब तो बस एक और बर्बाद हुआ आदमी की कहानी है। हम सब जानते हैं कि शराब क्या करती है, फिर भी हम उसे स्टार बना देते हैं। फिर जब वो गिर जाता है तो हम भावुक हो जाते हैं। ये नहीं कि हम उसकी जिंदगी के लिए चिंता करते हैं, बल्कि हम उसकी गायब होती छवि के लिए रोते हैं। जब वो बिना कैमरे के बैठा होता तो किसने पूछा? जब वो शराब के नशे में गिर रहा था तो किसने रोका? अब जब वो नहीं रहा तो हम उसे शहीद बना रहे हैं। ये सिर्फ एक ट्रेजेडी नहीं, ये एक अपराध है।

  • Rajesh Khanna

    Rajesh Khanna

    31 08 24 / 03:30 पूर्वाह्न

    रमेश की याद आ रही है। उन्होंने बहुत कुछ सिखाया। शराब से दूर रहो, अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखो। उनकी आत्मा शांति पाए।

  • Sinu Borah

    Sinu Borah

    31 08 24 / 06:37 पूर्वाह्न

    सब ये बातें कर रहे हो कि शराब ने उसका जीवन बर्बाद कर दिया, लेकिन क्या किसी ने सोचा कि फिल्म उद्योग ने उसे क्या दिया? एक छोटा सा अभिनेता जिसे कोई नहीं देखता था, अचानक वायरल हो गया और फिर उसे एक फिल्म में भी नहीं रखा गया। जब वो अपनी लत के साथ लड़ रहा था तो किसने उसे रोका? न कोई डायरेक्टर, न कोई प्रोड्यूसर, न कोई फैन। हम सब उसे एक एंटरटेनर बनाकर रख दिया और फिर उसकी मौत के बाद उसे एक शहीद बना दिया। ये नहीं कि हम उसके लिए आंखें बंद कर रहे हैं, बल्कि हम अपनी अपराधबोध को ढकने के लिए उसकी याद का इस्तेमाल कर रहे हैं।

  • Sujit Yadav

    Sujit Yadav

    1 09 24 / 23:19 अपराह्न

    एक व्यक्ति जिसने अपने आप को शराब के गुलाम बना लिया, उसकी याद करना एक सामाजिक दायित्व नहीं, बल्कि एक नैतिक अपराध है। उसके वीडियो में दिखाई देने वाली दुर्बलता को सार्वजनिक रूप से निहारना एक निर्मम आदत है। इस तरह की व्यक्तिगत विफलताओं को उत्सव की तरह प्रस्तुत करना एक अस्वस्थ सांस्कृतिक रुझान है। हमें उसकी मौत के बजाय उसके जीवन के अंत तक उसके साथ रहने की जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए थी। उसके लिए शोक करने की बजाय, हमें अपने आप को जागरूक करना चाहिए।

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