बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न उष्णकटिबंधीय तूफान, फेंगल, जो शनिवार की शाम को उत्तर तमिलनाडु-पुदुचेरी के तट पर लैंडफॉल करने जा रहा है, इससे चेन्नई में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। यह तूफान अपनी उच्च तीव्रता और विनाशकारी क्षमता के लिए जाना जाता है, जिससे भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि तेज हवाएं 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, जो जीवन और संपत्ति दोनों के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
तूफान फेंगल के कारण चेन्नई हवाई अड्डे पर सभी विमान सेवाओं को शनिवार शाम तक स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। उड़ानों पर प्रतिबंध के साथ, यात्री अन्य विकल्पों की तलाश में हैं, जिनमें से बहुत से लोग अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए रेल और सड़क मार्ग का सहारा ले रहे हैं। दुर्भाग्यवश, भारी बारिश के चलते अनेक सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे यात्रा भी बाधित हो रही है।
तमिलनाडु सरकार ने राज्य भर के सभी शिक्षण संस्थानों के लिए अवकाश घोषित किया है। प्रशासन ने शिक्षार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया है। इसके साथ ही, आईटी कंपनियों को सलाह दी गई है कि वो अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दें, जिससे आवागमन को कम किया जा सके और जोखिम से बचा जा सके। स्कूलों और महाविद्यालयों की छुट्टी के चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हुआ है, लेकिन लोगों की सुरक्षा प्रमुखता से अधिक महत्वपूर्ण है।
चूंकि तूफान फेंगल गंभीर विनाशकारी प्रभाव डाल सकता है, इसलिए निवासियों को घर में रहने और आवश्यक आपूर्ति को बनाए रखने की सलाह दी गई है। सरकार ने समाज में उचित दिशा-निर्देश जारी किए हैं जो किसी भी अनहोनी से बचने में मददगार सिद्ध होंगे। केंद्र और राज्य सरकार की टीमों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन ने मिलकर तैयारी की है जिससे जन-जीवन पर यथासंभव कम से कम प्रभाव पड़े। ऐसे कठोर मौसम में सामूहिक प्रयास ही एकमात्र उपाय है जो लोगों को सुरक्षित रख सकता है।
चेन्नई और तमिलनाडु के उत्तरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किए गए हैं। इनमें तिरुवल्लुर, कांचीपुरम, कल्लाकुरीची, और कुड्डलोर जैसे जिले शामिल हैं। पुदुचेरी भी इस तूफान के संभावित खतरे में हैं। सरकार ने सबको सतर्क रहने का आदेश दिया है और किसी भी अप्रत्याशित घटनाओं के लिए तैयार रहने के उपाय सुझाए हैं। सुरक्षा बलों और आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क किया गया है और तटीय क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
लगभग हर कोई इस तूफान की गति और उसके प्रभाव का अंदाज़ा लगा रहा है, लेकिन सबसे अहम यह है कि हम सभी को एकजुट होकर सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करना होगा। तूफान की विपरीत परिस्थितियों में सभी को सहयोग करने और सुरक्षित रहने की आवश्यकता है।
Gaurang Sondagar
2 12 24 / 06:07 पूर्वाह्नये सब बकवास है बस डरा रहे हो असली तूफान तो सरकारी भ्रष्टाचार है जो हर साल इतनी बारिश में भी नहीं बचाता कुछ और बताओ ना
Ron Burgher
3 12 24 / 20:28 अपराह्नअरे भाई ये तो बस एक तूफान है असली बात ये है कि हमारी सड़कें तो बारिश में डूब जाती हैं और हवाई अड्डे भी इतने कमजोर हैं जैसे कोई बच्चे का खिलौना हो ये सब बस दिखावा है
kalpana chauhan
4 12 24 / 17:42 अपराह्नइतनी बड़ी मुश्किल में भी सरकार ने जल्दी से राहत शिविर खोले और लोगों को सलाह दी 😊 ये देखकर लगता है हमारा देश अभी भी आगे बढ़ रहा है 🇮🇳❤️ अगर सब मिलकर रहें तो कोई भी तूफान नहीं टिक सकता!
Prachi Doshi
6 12 24 / 01:22 पूर्वाह्नस्कूल बंद होना तो बहुत अच्छी बात है बच्चों की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है 😊 घर पर रहो और थोड़ा आराम करो ये भी एक तरह का योगदान है
Karan Kacha
6 12 24 / 05:27 पूर्वाह्नये तूफान फेंगल बस शुरुआत है! जब तक हम अपने निवासों को तूफान-प्रतिरोधी बनाने की बात नहीं करेंगे, जब तक हम बाढ़ के लिए ड्रेनेज सिस्टम को अपग्रेड नहीं करेंगे, जब तक हम विमानन सुरक्षा के लिए नए मानक नहीं बनाएंगे, तब तक ये सब बस एक चक्र होगा! हर साल यही बात, हर साल यही तूफान, हर साल यही अलर्ट! क्या हम वाकई बदलेंगे या फिर भी सिर्फ एक बार फिर से चिल्लाएंगे कि अरे ये तो बहुत बुरा है?! ये सब तो बस अनुशासन की कमी है, जो हमने बचपन से ही छोड़ दिया!
vishal singh
7 12 24 / 22:31 अपराह्नकिसी ने बताया कि ये तूफान कितना बड़ा है या बस न्यूज़ वाले इसे बढ़ा रहे हैं? देखो तो बस एक दिन के लिए बंद हो गए उड़ानें, और फिर क्या? बाकी सब चल रहा है ना?